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Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में AAP के बिना सरकार नहीं, संगठन महामंत्री Sandeep Pathak का दावा

Haryana Legislative Assembly: 'पंचायत आजतक' के मंच से आम आदमी पार्टी के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने दावाा किया कि हरियाणा में बिना आम आदमी पार्टी के सरकार नहीं बनेगी. संदीप पाठक ने कहा कि जनता ने सभी पार्टियों को मौका दिया है. जनता के सामने दो विकल्प है. एक पुरानी परंपरागत पार्टियां और दूसरा अरविंद केजरीवाल. ये जनता तय करेगी. लेकिन एक बात तय है कि बीजेपी हार रही है.

Sandeep Pathak Sandeep Pathak

हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो रहा है. इस बीच 'पंचायत आजतक' का मंच सजा है. इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के  संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में बिना आम आदमी पार्टी के सरकार नहीं बन पाएगी. इसके अलावा संदीप पाठक ने कांग्रेस से गठबंधन नहीं होने से लेकर बीजेपी को लेकर सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार से जनता परेशान है और बीजेपी सत्ता से बाहर हो रही है.

बिना AAP सूबे में नहीं सरकार-
आम आदमी पार्टी के संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी बहुत मजबूती से खड़ी है और इस पार्टी के बिना हरियाणा में सरकार नहीं बनेगी. जब उनसे पूछा गया कि साल 2019 में आम आदमी पार्टी को एक फीसदी वोट भी नहीं मिला था. इस बार इतने बड़े दावे कर रहे हैं? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि गुजरात और दिल्ली से लेकर पंजाब तक के उदाहरण दिया और कहा कि अरविंद केजरीवाल का मॉडल एक स्टेप, एक स्टेप करके नहीं है. वह सीधा स्काई रॉकेट है.

संदीप पाठक ने कहा कि जनता ने सभी पार्टियों को मौका दिया है. जनता के सामने दो विकल्प है. एक पुरानी परंपरागत पार्टियां और दूसरा अरविंद केजरीवाल. ये जनता तय करेगी, लेकिन एक बात तय है कि बीजेपी हार रही है.

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कांग्रेस से गठबंधन क्यों नहीं हुआ?
जब संदीप पाठक से पूछा गया कि कांग्रेस से गठबंधन क्यों नहीं हुआ? तो उन्होंने कहा कि बातचीत हुई थी, लेकिन बात नहीं बनी. अब हम अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. हर लेवल पर बातचीत हुई, लेकिन बात नहीं बनी. इसमें किसी को ब्लेम करना उचित नहीं है.

संदीप पाठक ने कहा कि हम हरियाणा में चुनाव लड़ रहे हैं और जो सामने आएगा, उसको हराएंगे. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी नेशनल लेवल पर इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि वे एक-एक करके सरकारें गिराते जा रहे थे.

'AAP पर करप्शन के आरोप तो बदल जाता है चरित्र'
जब आम आदमी पार्टी पर करप्शन के आरोप लगते हैं तो पार्टी का चरित्र बदल जाता है? इसपर संदीप पाठक ने कहा कि एक आदमी पर शराब घोटाला का लांछन लगा देते हो, कोर्ट ने बार-बार कहा कि एक चवन्नी तक की रिकवरी नहीं हुई है. कहीं कुछ केस नहीं बन रहा है तो आप अपनी राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट में ले गए. अब मोदी जी और बीजेपी सीधे-सीधे केजरीवाल से लड़ नहीं पा रहे हैं तो क्या किया जाए? इनका मेन स्ट्रेंथ ईमानदारी है. इनके ईमानदारी पर चोट करते हैं. प्लान के तहत केजरीवाल को जेल में डाला. उनका 2 परपज सॉल्व होते थे. एक पार्टी की बदनामी होगी और दूसरा केजरीवाल जेल में रहेंगे तो पार्टी को तोड़ देंगे. अब ऐसी परिस्थिति में नैतिक दायित्व क्या बनता है? क्या सरेंडर कर दो? नैतिक दायित्व इसमें थी कि इस्तीफा ना देकर सरकार तोड़ने की प्रक्रिया को तोड़ना जरूरी था. इसलिए उन्होंने इस्तीफा ना देकर दूसरे राजनीतिक दलों को रास्ता दिखाया है.

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