चुनाव के समय में कई नेता नागरिकों को अलग-अलग तोहफे या पैसे देते हैं ताकि वे लालच में आकर उन्हें वोट दें. वे कई लोक-लुभावने तरीके अपनाते हैं कि जनता उन्हें वोट दे. यूं तो चुनाव आयोग ने भी इसके खिलाफ अभियान चलाया हुआ है, लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी लोगों का अपने स्तर पर जागरूक होना है. अब इसी में आगे बढ़ते हुए एक शख्स ने लोगों को जागरूक करने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. नोटों से. बस फर्क इतना है कि ये नोट नकली हैं.
सामाजिक अधिकार कार्यकर्ता शंकर पांडियन ने नामांकन पत्र दाखिल करते हुए नोटों की डमी का एक बंडल ट्रे में रख दिया. जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित हो गए.
नकली नोटों से फैला रहे हैं जागरूकता
दरअसल, राज्य चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, उम्मीदवारों ने शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करना शुरू कर दिया है. वार्ड नंबर 24 के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता शंकर पांडियन ने कहा कि उन्होंने 'धन के लिए वोट' के मुद्दे के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए ही डमी नोटों की ट्रे रखी है.
कई याचिकाएं दायर की पर कोई समाधान नहीं
शंकर पांडियन ने बताया कि वे ऐसे मामलों के लिए कई याचिकाएं लिख चुके हैं. वे कहते हैं, “मैं इस डमी को जागरूकता पैदा करने और लोगों से वोट के लिए पैसे न लेने का आग्रह करने के लिए लाया हूं. अकेले सेलूर में ऐसे कई मुद्दे हैं जिनके लिए हमने कई याचिकाएं लिखी हैं, कई मामले दायर किए हैं और अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है. जल निकासी और सड़क रखरखाव जैसी बुनियादी सुविधाएं ठीक से उपलब्ध नहीं हैं. स्मार्ट सिटी कार्यक्रम में इतना भ्रष्टाचार यही. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि लोग वोट के लिए पैसे ले रहे हैं.”
ईमानदार लोगों को वोट दें
वे आगे कहते हैं कि भ्रष्ट ताकतें अपने वोट खरीदने के लिए निर्दोष लोगों की गरीबी का इस्तेमाल कर रही हैं. वोट के लिए पैसा देने वाला व्यक्ति सत्ता में आने के बाद ही पैसा कमाने का इच्छुक होगा. लोग ईमानदार लोगों को वोट दें जो बिना पैसे लिए चुनाव लड़ रहे हैं. डमी नोटों को लेकर मैं यही उजागर करना चाहता हूं.”
(प्रमोद माधव की रिपोर्ट)