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यूपी में तीसरे चरण में चुनावी मैदान में 22 फीसदी दागी, 39 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार

करोड़पतियों को टिकट देने के मामले में भी सपा सबसे आगे है. एडीआर की एक रिपोर्ट के अनुसार यूपी के तीसरे चरण में 623 प्रत्याशियों में से 39 फीसदी यानी की  245 करोड़पति है.

यूपी में तीसरे चरण में चुनावी मैदान में 22 फीसदी दागी, 39 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार यूपी में तीसरे चरण में चुनावी मैदान में 22 फीसदी दागी, 39 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार
हाइलाइट्स
  • 245 करोड़पतियों को मिला टिकट

  • चुनावी जंग में बाहुबलियों के बेटों पर दांव

20 फरवरी को यूपी में तीसरे चरण का मतदान है. तीसरे चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा. इस चरण में कुल 627 उम्मीदवारों की तकदीर का फैसला होगा. 623 प्रत्याशियों पर हुए एक शोध में सामने आया है कि इनमें से 135 पर अपराधिक मामले दर्ज हैं. 

अपराधियों को टिकट देने के मामले में सपा सबसे आगे
इसी बीच उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म की रिपोर्ट के मुताबिक, 103 प्रत्याशियों पर गंभीर किस्म के आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें सपा के 21, भाजपा के 20, बसपा के 18, आम आदमी पार्टी के 11 और कांग्रेस के 10 प्रत्याशी शामिल हैं. 

इतने करोड़पतियों को मिला टिकट
इसके अलावा करोड़पतियों को टिकट देने के मामले में भी सपा सबसे आगे है. एडीआर की एक रिपोर्ट के अनुसार यूपी के तीसरे चरण में 623 प्रत्याशियों में से 39 फीसदी यानी की  245 करोड़पति है. दल के हिसाब से अगर करोड़पतियों की बात करें तो सपा के 90 प्रतिशत यानी 58 में से 52 करोड़पति हैं, बीजेपी के 55 में से 48 यानी 87 प्रतिशत, बसपा के 78 प्रतिशत यानी 59 में से 46, कांग्रेस के 56 में से 29 यानी प्रतिशत और आम आदमी पार्टी के 49 में से 18, 37 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं.

कौन है सबसे अमीर प्रत्याशी?
वहीं अगर तीसरे चरण के चुनावों में सबसे अमीर उम्मीदवार की बात करें तो सपा के टिकट पर झांसी की बबीना सीट से चुनाव लड़ रहे यशपाल सिंह यादव सबसे अमीर प्रत्याशी है, उनके पास 70 करोड़ रुपए की संपत्ति है.

चुनावी जंग में बाहुबलियों के बेटों पर दांव
अब अगर बात बाहुबलियों के बेटों की करें तो कांग्रेस छोड़कर सभी पार्टियों के बाहुबलियों के बेटे चुनावी अखाड़े में कदम रखेंगे. यहां तक की कुछ बाहुबलियों के बेटे एक ना एक बार विधायक रह चुके हैं. जैसे आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम खां सपा के टिकट पर स्वार से चुनाव लड़ रहे हैं. अब्दुल्ला जनवरी में जेल से बाहर आए है. उम्र के दस्तावेज फर्जी देने के चक्कर में उन्हें जेल जाना पड़ा था. इनके ऊपर 40 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. 25 साल की उम्र में ये पहली बार विधायक बने थे.
इसके अलावा अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी बसपा के टिकट पर नौतनवा सीट से मैदान में उतरे हैं. पत्नी की हत्या, ठेकेदारों से फिरौती, जान से मारने की धमकी जैसे मामलों में उनपर कई मुकदमें दर्ज हैं. वहीं मुख्तार अंसारी के बेटे सपा के टिकट से मऊ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. अब्बास शॉट गन शूटिंग में तीन बार नेशनल चैंपियन रह चुके है. उन्होंने इंटरनेशनल मैच भी खेले हैं.