उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिम यूपी के 11 जिलों में वोटिंग होनी है. ये वोटिंग 58 सीटों के होने वाली है. इस कड़ी में बीजेपी (BJP) ने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. 45 प्रत्याशियों की इस लिस्ट से इतना तो साफ हो ही चुका है कि आखिर बीजेपी की इस चुनाव को लेकर क्या रणनीति है. लिस्ट में जहां दो विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं, वहीं पति-पत्नी के बीच जो टिकट बंटवारा होना था उसमें पतियों को प्राथमिकता दी गई है.
पुरुष प्रत्याशियों को प्राथमिकता
इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा दयाशंकर सिंह की है, क्योंकि उन्हें बलिया सदर से बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतारा है. दयाशंकर सिंह की पत्नी और योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का टिकट पहले ही कट चुका है ऐसे में अब दयाशंकर सिंह को चुनाव मैदान में उतारने के बाद परिवार में घमासान मच सकता है.
भारतीय जनता पार्टी ने लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से राजेश्वर सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा अमेठी में वर्तमान विधायक अमिता सिंह को टिकट न देकर उनकी जगह उनके पति संजय सिंह को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है.
किन महिला प्रत्याशियों को मिला टिकट?
आपको बताते चलें कि बीजेपी ने कई महिलाओं का टिकट दिया है. इसे कोरांव विधानसभा से राजमणि कोल को, बाराबंकी से राजकुमारी मौर्य को, रूधौली से संगीता प्रताप जयसवाल को, सलेमपुर से विजयलक्ष्मी गौतम, सगड़ी से वंदना सिंह, गाजीपुर से संगीता बलवंत बिंद और मुहम्मदाबाद से अलका राय को प्रत्याशी बनाया है.
इन विधायकों का काट दिया टिकट
बलिया के बैरिया से विधायक सुरेंद्र सिंह और आजमगढ़ के फूलपुर पवई से विधायक अरुणकांत यादव का टिकट काट दिया है. उनकी जगह बलिया सदर से विधायक और योगी सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को टिकट दिया गया है.
हालांकि चर्चा यह है कि सुरेंद्र सिंह निर्दलीय नामांकन करेंगे और सूत्रों के मुताबिक 8 फरवरी को वह अपनी सीट बैरिया से ही निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं.
(इनपुट- कुमार अभिषेक)
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