पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है.उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के गठन के लिए 14 फरवरी को मतदान होंगे.ऐसे में मतदाता को उसके मत का अधिकार मिले, इसके लिए निर्वाचन आयोग पूरी तरह मुस्तैद है. कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ढिकाला स्थित मतदान केंद्र को देख इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. कार्बेट टाइगर रिजर्व के कोर जोन में स्थित इस मतदान केंद्र में 14 मतदाता हैं, जिन्हें मताधिकार का प्रयोग करवाने के लिए 12 फरवरी को कोटद्वार से ढिकाला के लिए 6 सदस्यीय टीम रवाना हो गई है.
केवल 14 मतदाता हैं इस मतदान केंद्र पर
विधानसभा चुनाव 2022 में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की ओर से तमाम कोशिशें की जा रही हैं. 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के साथ ही दिव्यांगों के लिए जहां घर पर ही मतदान की व्यवस्था की गयी है. वहीं दूरदराज के क्षेत्रों तक मतदान टोलियों को रवाना कर दिया गया है. उत्तराखंड के ढिकाला स्थित मतदान केंद्र में केवल 14 मतदाता हैं, जिन्हें मताधिकार का प्रयोग करवाने के लिए 12 फरवरी को कोटद्वार से ढिकाला के लिए 6 सदस्यीय टीम रवाना हो गई है. वहीं यमकेस्वर विधानसभा के लिए मतदान टीम और लैंसडाउन विधान सभा के दूरस्थ क्षेत्रों के लिए टीम कोटद्वार से रवाना हो गयी हैं. शेष टीमें 13 फरवरी को रवाना होंगी.
मतदान टोली को 200 किलोमीटर का सफर तय करना होगा
कोटद्वार विधानसभा के अंतर्गत ढिकाला स्थित मतदान केंद्र भले ही सड़क मार्ग से जुड़ा हो, लेकिन इस केंद्र तक पहुंचने के लिए मतदान टोली को खासी मशक्कत करनी पड़ेगी. केंद्र तक पहुंचने के लिए मतदान टोली को उत्तर प्रदेश की नजीबाबाद, नगीना, धामपुर विधानसभा क्षेत्रों से होकर उत्तराखंड की जसपुर विधानसभा में पहुंचना होगा. वहां से टोली काशीपुर विधानसभा होते हुए रामनगर विधानसभा में पहुंचेगी होगा. कोटद्वार से रामनगर तक पहुंचने के लिए टीम को 144 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा. जबकि रामनगर से ढिकाला मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए टीम को 53 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी. इस तरह 14 वोटरों के लिए उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की छह विधानसभाओं से होते हुए मतदान टोली को 200 किलोमीटर का सफर तय करना होगा.
(रिपोर्ट विकास वर्मा)