फ्रांस में कांस फिल्म फेस्टिवल की शुरूआत हो चुकी है. अब अगले 11 दिनों तक आपको सोशल मीडिया पर कांस के रेड कार्पेट पर आपको सेलेब्स का जमावड़ा दिखेगा. दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल कांस को, हिटलर और मुसोलिनी जैसे तानाशाहों की मनमानी के खिलाफ शुरू किया गया था. कांस काफी लैविश फिल्म फेस्टिवल है. तो चलिए इस मौके पर आपको इससे जुड़े कुछ फन फैक्ट्स बताते हैं.
18 लाख रुपए की कीमत से बनता है अवॉर्ड
1955 में फेस्टिवल कमेटी ने पाम डी ओर अवॉर्ड लॉन्च किया, जो इस सेरेमनी का हाईएस्ट अवॉर्ड है. 1964 में पाम डिओर को ग्रैंड प्रिक्स से रिप्लेस किया गया था. लेकिन 1975 से फिर से पाम डिओर अवार्ड दिए जाने लगे. इसे 18 कैरेट येलो गोल्ड और एमराल्ड कट डायमंड से तैयार किया गया है. इस एक अवॉर्ड की कीमत 27 हजार डॉलर, यानी 18 लाख रुपए है.
डिनर पर खर्च किए जाते हैं 2.8 करोड़ रुपए
कांस फिल्म फेस्टिवल के समय कांस शहर का होटल बेरियर ले मजिस्टिक मेहमानों के लिए ओपनिंग और क्लोजिंग इवेंट के लिए खाने की जिम्मेदारी उठाता है. मेहमानों के डिनर के लिए ही 3 लाख 47 हजार डॉलर, यानी 2.8 करोड रुपए खर्च किए जाते हैं.
200 किलो केकड़ों से बनता है स्पेशल डिनर
एक रिपोर्ट के मुताबिक होटल बेरियर ले मेजिस्टिक डिनर के लिए 770 पाउंड यानी 340 किलोग्राम फोए ग्रास नाम की डिश तैयार करता है, जो बत्तख के लिवर से बनने वाली एक स्पेशल फ्रेंच डेलिकेसी है. इसके अलावा यहां 110 पाउंड्स यानी 49 किलो केवियर बनता है, जो दुनिया की सबसे महंगी डिशेज में से एक है. इस डिश में करीब 1,32,000 डॉलर यानी 1 करोड़ रुपए खर्च होते हैं. इस डिनर के लिए हर साल 2000 किलो केकड़े (लॉब्स्टर) इस्तेमाल किए जाते हैं, जिनमें 39 लाख रुपए लगते हैं.
मेहमान पी जाते हैं हजारों बोतल शराब
सेलेब्स के लिए रखे गए डिनर में वाइन और शैंपेन भी सर्व की जाती है. पूरे कांस फेस्टिल के दौरान करीब 18,500 बोतल वाइन और शैंपेन परोसी जाती है. वेबसाइट द हॉलीवुड रिपोर्टर के अनुसार सेरेमनी में ज्यादातर 1990 शैटो पेट्रस (1990 Chateau Petrus) वाइन सर्व की जाती है. इस वाइन की कीमत 9390 डॉलर है, ये दुनिया की छठी सबसे मंहगी वाइन है. हॉलीवुड रिपोर्टर के अनुसार, डिनर के अलावा दूसरे मौकों पर लगने वाली ड्रिंक्स, खाने, लेजर लाइट, फोटोग्राफ और म्यूजिक में भी 1,50,000 डॉलर यानी 1 करोड़ 23 लाख खर्च किए जाते हैं.
दिन में 3 बार बदलता है 2 किलोमीटर लंबा कार्पेट
कांस फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर आए सेलेब्स सबसे ज्यादा चर्चा में रहते हैं. महंगी ड्रेस और ज्वेलरी पहनकर सेलेब्स इस रेड कार्पेट पर दिन भर वॉक करते हैं, जिसके तीन तरफ पैपराजी और मीडिया की भीड़ रहती है. ये 2 किलोमीटर लंबा रेड कार्पेट साफ दिखे इसके लिए इसे दिन में 3 बार बदला जाता है.
फ्लैट में बैन है रेड कॉर्पेट पर एंट्री
रेड कार्पेट के नियमों के अनुसार सेरेमनी में पहुंचने वाली फीमेल सेलिब्रिटीज का हील्स पहनना जरूरी है, ये नियम 2015 में बनाया गया था. अगर कोई सेलेब बिना हील्स के यहां पहुंचती है तो उसे सेरेमनी में नहीं आने दिया जाता. 2015 में ऐसा ही एक मामला विवादों से घिर गया, जहां कुछ फीमेल सेलेब्स को हील्स न पहनने पर अंदर नहीं जाने दिया गया था. यहां तक की एक्ट्रेस क्रिस्टेन स्टीवर्ट और जूलिया रॉबर्ट्स भी इस नियम का विरोध करते हुए रेड कार्पेट पर अपनी हील्स रिमूव कर चुकी हैं.
5-पीस सूट के बिना पैपराजी की एंट्री भी है बैन
रेड कारपेट पर आने वाले सेलेब्स को क्लिक करने पहुंचे पैपराजी के लिए भी कांस फिल्म फेस्टिवल में ड्रेस कोड है. पैपराजी सिर्फ ब्लैक टक्सीडो सूट, टाई/बो और फॉर्मल शूज पहनकर ही आ सकते हैं. अगर ड्रेस कोड में लापरवाही की जाती है, तो उन्हें वहां फोटो क्लिक करने से रोक दिया जाता है.