अनिल कपूर ने माधुरी दीक्षित के साथ सुभाष घई की राम लखन में मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म में राखी गुलज़ार और जैकी श्रॉफ में थे. आज राम लखन की रिलीज को 34 साल पूरे हो गए हैं. फिल्म की कहानी दो भाइयों की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने वैचारिक मतभेदों के कारण अलग हो जाते हैं. फिल्म में राम बने थे जैकी श्रॉफ और लखन थे अनिल कपूर. राम-लखन की मां का रोल राखी ने निभाया था. 1989 में रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच दिया था. 34 साल बाद आइए जानते हैं इस फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...
राम लखन अपने समय की ब्लॉकबस्टर थी और एक क्लासिक बन गई. अनिल कपूर के किरदार लखन ने तहलका मचा दिया था. गुलशन ग्रोवर का नेगेटिव किरदार केसरिया विलायती अपने मशहूर डायलॉग्स की वजह से काफी मशहूर हुआ था. सुभाष घई शुरू में जैकी श्रॉफ की भूमिका के लिए शत्रुघ्न सिन्हा को कास्ट करना चाहते थे.
यह फिल्म सुभाष घई द्वारा अपने ड्रीम प्रोजेक्ट देवा को खत्म करने के बाद ही बनाई गई थी, जिसमें अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे.
अनिल और जैकी ने उस साल 3 फिल्मों में अभिनय किया, राम लखन के अलावा परिंदा (1989) और काला बाजार (1989) दो फिल्में हैं. यह फिल्म अनिल और जैकी की एक साथ सफल फिल्मों में से एक है जो 1980 और 1990 के दशक में एक हिट जोड़ी थी.
फिल्म के गाने भी सुपरहिट रहे थे जिन्हें लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने कंपोज किया था. फिल्म का गाना 'माई नेम इज लखन' सुपरहिट हुआ था.
फिल्म में काम करने के दौरान अनिल कपूर और गुलशन ग्रोवर का मनमुटाव हो गया था जिसकी वजह से सालों तक इनके बीच बातचीत बंद हो गई थी. दरअसल अनिल ने गलती से गुलशन ग्रोवर की आंख पर मार दिया था.
फिल्म की सबसे खास बात ये थी कि 'राम लखन' पहली ऐसी मूवी थी जिसके गाने सीडी फॉर्मेट में आए थे.