बॉलीवुड में अगर किसी को मिस्टर परफेक्शनिस्ट का दर्जा दिया गया है तो वो सिर्फ आमिर खान हैं. आमिर की फिल्में अव्वल दर्जे की होती हैं. उनकी फिल्मों को देखने के लिए कई साल इंतजार करना पड़ता है. अपने इतने साल के करियर में आमिर खान ने बहुत कुछ खोया है और बहुत कुछ पाया है. सिनेमा की दुनिया का इतना बड़ा स्टार फैमिली के मामले में खुद को इनकम्प्लीट पाता है. आमिर कहते हैं उन्होंने अपने परिवार को वक्त नहीं दिया...इस बात का उन्हें अफसोस भी रहा, जिसका जिक्र वे कई मौकों पर कर भी चुके हैं. चलिए डालते हैं आमिर के जन्मदिन पर एक नजर उनके करियर और लाइफ पर...
टेनिस प्लेयर रह चुके हैं आमिर
14 मार्च 1965 को प्रोड्यूसर ताहिर और जीनत के घर जन्में आमिर खान की दिली ख्वाहिश थी कि वे टेनिस प्लेयर बनें. आमिर ने स्टेट लेवल पर कई चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया और जीता भी. हालांकि इससे पहले वो अपने पिता की फिल्म 'यादों की बारात' में बतौर चाइल्ड नजर आ चुके थे. बाद में उनका रुझान सिनेमा की तरफ ज्यादा हो गया. लेकिन आमिर के पिता ने उनकी पढ़ाई लिखाई में भी कोई कसर नहीं छोड़ी. काम के साथ आमिर पढ़ाई भी पूरी करते रहे.
खुद चिपकाए पहली फिल्म के पोस्टर
I'll Do it My Way : The Incredible Journey of Amir Khan के मुताबिक 18 साल की उम्र में आमिर की पहली फिल्म 'सुबह-सुबह' शुरू हुई, हालांकि कुछ कारणों से ये रिलीज नहीं हो पाई. फिर आमिर ने अपने चाचा नासिर हुसैन के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर करीब 3 साल तक काम किया. इसके बाद केतन मेहना ने उन्हें अपनी फिल्म 'होली' में मौका दिया. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई. इसके बाद आमिर नजर आए कयामत से कयामत तक में. ये फिल्म हिट हुई लेकिन तब तक लोग उनका नाम भी ठीक से नहीं जानते थे. कयामत से कयामत तक की रिलीज के बाद खुद आमिर लोगों को ये बताते थे कि वे ही फिल्म के हीरो हैं. इस फिल्म का बजट बहुत कम था. इस वजह से लीड एक्टर होते हुए भी आमिर ने बसों और ऑटो पर फिल्म के पोस्टर्स चिपकाए ताकि लोग इसे देखें. उनकी मेहनत रंग लाई 'कयामत से कयामत तक' के लिए आमिर को फिल्मफेयर का बेस्ट डेब्यू एक्टर अवॉर्ड मिला था.
फ्लॉप एक्टर से होने लगी थी तुलना
पहली लीड फिल्म सुपरहिट देने के बाद अगर आपको लगता है कि आमिर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा तो ऐसा सोचना गलत होगा. एक हिट के बाद आमिर ने फ्लॉप फिल्मों की झड़ी लगा दी. एक दौर ऐसा भी आया जब उनकी तुलना कुमार गौरव से की जाने लगीं. इंडस्ट्री में इस बात की चर्चा थी कि वे कुमार गौरव (उस दौर के रोमांटिक हीरो) को कॉपी करते हैं. बड़ी मुश्किलों के बाद आमिर को दिल फिल्म ऑफर हुई हालांकि ये भी उनके हाथ से लगभग निकल ही गई थी. दरअसल आमिर की लगातार 4 फिल्में फ्लॉप हो गई थीं. लोगों ने दिल फिल्म के डायरेक्टर से आमिर को फिल्म से निकालने की सलाह भी दी. इतना तक कहा गया कि आमिर की वजह से फिल्म फ्लॉप हो सकती है. लेकिन इंद्र कुमार ने किसी की बात नहीं सुनी. फिल्म सुपरहिट हुई और आमिर को एक मौका दिया. फिल्म चल पड़ी. इस फिल्म में आमिर खान के साथ माधुरी की किस्मत भी चमक गई.
चैलेंजिंग किरदार के लिए मशहूर आमिर
रोमांटिक हीरो के तौर पर चमके आमिर ने अपने करियर में काफी चैलेंजिंग किरदार निभाए. पीके के लिए उन्हें लोगों की गालियां भी सुननी पड़ीं लेकिन लाल सिंह चड्ढा उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल किरदार रहा है. ये बात खुद आमिर स्वीकारते हैं. बेशक ये फिल्म फ्लॉप रही लेकिन इसके लिए उनकी मेहनत किसी से छिपी हुई नहीं है. अपने काम की बदौलत आमिर को चार बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिल चुका है. आमिर को 2003 में देश के चौथे सबसे बड़े सम्मान पद्मश्री और 2010 में तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
दो बार शादी की दोनों बार अलग हो गए
आमिर खान की पहली शादी रीना दत्त से अप्रैल 1986 में हुई थी. उस वक्त आमिर इंडस्ट्री में नए थे. इसलिए अपनी शादी की बात 'लगान' फिल्म की शूटिंग के दौरान आमिर किरण राव के करीब आए. बाद में आमिर ने किरण को हमसफर बना लिया. किरण से भी ने पिछले साल अलग हो गए थे. फिलहाल आमिर सिंगल हैं.