सदाबहार अभिनेत्री आशा पारेख (Asha Parekh) को दादा साहेब फाल्के सम्मान (Dadasaheb Phalke Award) के लिए चुना गया है. दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ अवॉर्ड माना जाता है. 30 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाएगा. आशा पारेख दादा साहब फाल्के अवॉर्ड पाने वाली 52वीं हस्ती होंगी. हर साल फिल्म इंडस्ट्री में कलाकारों के काम को सम्मानित करने के लिए दादा साहेब फाल्के सम्मान दिया जाता है.
बेहतरीन कत्थक डांसर हैं आशा पारेख
आशा पारेख ने हिन्दी के साथ ही पंजाबी, गुजराती और कन्नड़ समेत 95 फिल्मों में अपना अभिनय दिखाया है. उनके चुलबुले अंदाज और ग्लैमरस अवतार ने हजारों लोगों को अपना दीवाना बनाया. आशा पारेश 60 और 70 के दशक की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस थीं. एक अभिनेत्री के साथ-साथ, वह बेहतरीन कत्थक डांसर भी हैं. हालांकि 70 के दशक तक आते-आते उन्होंने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्होंने कटी पतंग, तीसरी मंजिल, आन मिलो सजना, लव इन टॉकियो, उपकार, दो बदन, आया सावन झूम के और ‘कारवां’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है.
डांस को मानती हैं पहला प्यार
आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर, 1942 को बेंगलुरु के एक गुजराती परिवार में हुआ. उन्होंने 10 साल की उम्र में फिल्मों में काम करना शुरू किया था. ये मौका उन्हें मिला था डांस की वजह से. दरअसल निर्देशक बिमल रॉय ने उन्हें एक शो में डांस करते हुए देखा और फिल्म ऑफर कर दी थी. आशा पारेख ने अपने समय के सभी बड़े अभिनेताओं के साथ काम किया. उनका हेयरस्टाइल और आंखों में काजल लगाने का अंदाज आज भी लोगों का दिल जीत लेता है.
आशा पारेख ने नहीं की है शादी
कटी पतंग, तीसरी मंजिल, प्यार का मौसम, मैं तुलसी तेरे आंगन की आशा पारेख का शानदार फिल्में हैं. फिल्म 'कटी पतंग' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार भी मिला. उनकी हर फिल्म सिल्वर जुबली होती थी. आशा पारेख 1998 से 2001 के बीच केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी CBFC की अध्यक्ष रहीं हैं. 1992 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. पर्दे पर लाखों दिलों की धड़कन आशा पारेख ने शादी नहीं की है. कहा जाता है वे निर्देशक नासिर हुसैन के साथ रिश्ते में थीं, लेकिन नासिर पहले से ही शादी-शुदा थे. इसलिए इस रिश्ते का अंत भी जल्द ही हो गया लेकिन आशा पारेख ने शादी न करने का फैसला कर लिया.