Atal Bihari Vajpayee Movie: देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर बायोपिक बनने जा रही है. इसका टाइटल 'मैं रहूं या न रहूं ये देश रहना चाहिए- अटल' रखा गया है. दरअसल, कुछ समय पहले से इस फिल्म को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन मंगलवार को फिल्म क्रिटिक तरण आदर्श ने कन्फर्म कर दिया है कि ये फिल्म आ रही है. तरन आदर्श ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल से दी है. उन्होंने फिल्म का मोशन पोस्टर रिलीज किया है. बता दें, इस फिल्म को अगले साल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती पर रिलीज किया जाएगा. यानी ये फिल्म अगले साल 25 दिसंबर को रिलीज होने वाली है.
इस फिल्म के निर्माता विनोद भानुशाली, संदीप सिंह, सैम खान, कमलेश भानुशाली और विशाल गुरनानी हैं. बता दें, यह फिल्म एनपी की किताब द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स के ऊपर बनाई गई है.
मोशन पोस्टर में सुनाई दे रहा है ये देश रहना चाहिए वाला भाषण
दरअसल, ये फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर आधारित एनपी की किताब अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स पर बनी है. हालांकि, स्टार कास्ट की अभी पुष्टि नहीं हुई है. तरन आदर्श ने जो 'अटल' का मोशन पोस्टर रिलीज किया है उसमें अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्पीच सुनाई दे रही है. इसमें उनका सबसे चर्चित भाषण की कुछ लाइन सुनाई दे रही हैं. जिसमें वे कह रहे हैं, “सत्ता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी. मगर ये देश रहना चाहिए, इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए.”
फिल्म निर्माता ने की वाहवाही
फिल्म निर्माता संदीप सिंह ने इस मोशन पोस्टर को शेयर करते हुए कहा कि “श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय इतिहास के महान नेताओं में से एक थे,जिन्होंने अपने शब्दों से दुश्मनों का दिल जीता. जिन्होंने सकारात्मक रूप से देश का नेतृत्व किया और प्रगतिशील भारत का ब्लू प्रिंट बनाया. एक फिल्म निर्माता होने के नाते मुझे लगता है कि सिनेमा ऐसी अनकही कहानियों को संप्रेषित करने का सबसे अच्छा माध्यम है,जो न केवल उनकी राजनीतिक विचारधाराओं को उजागर करेगा, बल्कि उनके मानवीय और काव्यात्मक पहलुओं को भी उजागर करेगा, जिसने उन्हें "विपक्ष के नेता" के साथ-साथ भारत का सबसे प्रिय नेता भी बनाया."
देश के 10वें और सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को यूपी के ग्वालियर जिले में हुआ था. वह भारत के 10वें प्रधानमंत्री थे. वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सह-संस्थापक और वरिष्ठ नेता थे. वह एक हिंदू राष्ट्रवादी स्वयंसेवी संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे. अटल बिहारी वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया था.