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Satish Kaushik: मिस्टर इंडिया फिल्म में कैलेंडर के रोल से फेमस हुए थे सतीश कौशिक, एक्टिंग के साथ किया डायरेक्शन भी

Satish Kaushik Died: अभिनेता-निर्देशक सतीश चंद्र कौशिक की अचानक दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत ने हिंदी फिल्म उद्योग को झकझोर कर रख दिया है.

Satish Kaushik (Photo: Instagram) Satish Kaushik (Photo: Instagram)
हाइलाइट्स
  • कॉमेडी के शहंशाह थे कौशिक 

  • बतौर डायरेक्टर किया खुद को स्थापित

अभिनेता और फिल्म निर्माता सतीश कौशिक का बुधवार को 66 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके दोस्त और सहकर्मी अनुपम खेर ने उनके निधन की खबर की पुष्टि की. सतीश कौशिक का एनसीआर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनका शव गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में है और पोस्टमॉर्टम के बाद मुंबई लाया जाएगा.

कौशिक गुरुग्राम में किसी से मिलने जा रहे थे तभी उनकी तबीयत बिगड़ी और कार में उन्हें दिल का दौरा पड़ा. खेर ने अपनी श्रद्धांजलि में लिखा, "मुझे पता है" मृत्यु इस दुनिया का अंतिम सत्य है! लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि अपने जिगरी दोस्त #सतीशकौशिक के बारे में ये बात मैं जीते जी लिखूंगा. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक लगा फुल स्टॉप !! आपके बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा सतीश! शांति!"

सतीश कौशिक एक भारतीय अभिनेता, कॉमेडियन, पटकथा लेखक, निर्देशक और निर्माता थे. उनका जन्म 13 अप्रैल, 1965 को हरियाणा में हुआ थ.  बॉलीवुड में अपना ब्रेक पाने से पहले उन्होंने थिएटर में काम किया.

कॉमेडी के शहंशाह थे कौशिक 
मिस्टर इंडिया (1987) में कैलेंडर और दीवाना मस्ताना (1997) में पप्पू पेजर की भूमिका निभाने के लिए जाने जाने वाले, सतीश कौशिक एक बहुमुखी अभिनेता, निर्माता और निर्देशक हैं, जो बॉलीवुड फिल्म उद्योग में अपने काम के लिए जाने जाते हैं. मुख्य रूप से हास्य भूमिका निभाने वाले इस अभिनेता ने गंभीर और खलनायक की भूमिकाएं भी समान रूप से निभाई हैं.

दो फिल्मफेयर पुरस्कारों के विजेता, सतीश ने जाने भी दो यारो (1983), जमाई राजा (1990), साजन चल सौरल (1996), चल मेरे भाई (2000), ईंट लेन (2007) और उड़ता पंजाब (2016) जैसी कई लोकप्रिय फिल्मों में अभिनय किया है. सतीश कौशिक ने अभिनय के अलावा कई फिल्मों का निर्देशन और निर्माण भी किया है. मासूम (1983) में दिग्गज निर्देशक शेखर कपूर की सहायता करने के बाद सतीश कौशिक ने फिल्म निर्देशन की बारीकियां सीखीं.

बतौर डायरेक्टर किया खुद को स्थापित
कौशिक ने अनिल कपूर, श्रीदेवी कपूर, जैकी श्रॉफ और अनुपम खेर अभिनीत रूप की रानी चोरों का राजा (1993) के साथ अपने निर्देशन की शुरुआत की. हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली. 

अपने निर्देशन में बनी पहली फिल्म की असफलता के बाद, सतीश कौशिक ने निर्देन से 6 साल का ब्रेक लिया और फिल्म हम आपके दिल में रहते हैं से वापसी की. यह फिल्म अनिल कपूर, काजोल, अनुपम खेर और शक्ति कपूर अभिनीत फिल्म तेलुगू फिल्म पवित्र बंधम की रीमेक थी और सुपरहिट रही. रिलीज होने पर, इसे व्यापक सकारात्मक समीक्षा मिली और यह उस वर्ष की पांचवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई.

उन्होंने तेरे नाम (2003), बधाई हो बधाई (2002), वादा (2005), शादी से पहले (2006), कर्ज (2008), मिलेंगे मिलेंगे (2009) और गैंग ऑफ घोस्ट्स (2014) जैसी फिल्में डायरेक्ट कीं. सतीश कौशिक ने आतंक ही आतंक (1995) के साथ अपने प्रोडक्शन की शुरुआत की और बाद में मिस्टर बेचारा (1996), क्यों की (2005), ढोल (2007), बम बम बोले (2010) और गैंग ऑफ घोस्ट्स (2014) जैसी फिल्मों का निर्माण किया.

टीवी में भी किया था काम 
कौशिक ने फिलिप्स टॉप टेन नाम के एक टीवी काउंटडाउन शो की एंकरिंग की है. उन्होंने कॉन्टिलो प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित सब टीवी के द ग्रेट इंडियन फैमिली ड्रामा में नवाब जंग बहादुर की मुख्य भूमिका निभाई. सतीश कौशिक स्टार प्लस के सुमित संभाल लेगा में भी नजर आए थे.