रूस और यूक्रेन में लगातार सातवें दिन भी युद्ध जारी है. और अभी भी बहुत से भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. जिन्हें भारत वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ की शुरुआत की. जिसके तहत पिछले कुछ दिनों में 1000 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाया गया है.
भारत सरकार ने इस मिशन में भारतीय वायु सेना को भी शामिल किया है. वहीं, दूसरी तरफ बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद भी यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की मदद करने के लिए आगे आये हैं. कोरोना काल में हजारों लोगों की निःस्वार्थ मदद करने वाले सोनू सूद अब यूक्रेन में भारतीय छात्रों के लिए ‘मसीहा’ बन रहे हैं.
सोनू सूद की मदद से वापस लौटे कई भारतीय छात्र:
बताया जा रहा है कि सोनू सूद अपने संगठन के जरिए यूक्रेन में फंसे बच्चों की मदद कर रहे हैं. वह स्थानीय टैक्सियों को उन जगहों पर भेज रहे हैं जहां भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. टैक्सियों के जरिये छात्रों को खार्किव के रेलवे स्टेशन तक लाया जा रहा है.
वहां से, छात्र ट्रेन से ल्वीव शहर में एक सुरक्षित जगह पर पहुंच रहे हैं. ल्वीव शहर से उनके लिए पोलिश बॉर्डर तक पहुंचने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है. बॉर्डर क्रॉस करने के बाद भारतीय छात्र इंडियन एम्बेसी से मदद ले सकते हैं.
बहुत से छात्रों को सोनू सूद की मदद मिल रही है. कई छात्रों ने इस बारे में ट्विटर पर वीडियो शेयर कर अभिनेता को धन्यवाद भी कहा है.
‘अब तक का सबसे मुश्किल असाइनमेंट:’
सोनू सूद इस अभियान के बारे में लगातार अपने ट्विटर पर पोस्ट भी कर रहे हैं. उन्होंने कुछ समय पहले अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'यूक्रेन में हमारे स्टूडेंट्स के लिए काफी मुश्किल समय और शायद अब तक का मेरा सबसे मुश्किल असाइनमेंट. सौभाग्य से हम कई स्टूडेंट्स को बॉर्डर पार करके सुरक्षित क्षेत्र में जाने में मदद करने में सफल रहे हैं. आइए कोशिश करते रहें, उन्हें हमारी जरूरत है.'
सोनू सूद ने अपनी पोस्ट में भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को भी धन्यवाद किया है. उम्मीद है कि यह मुश्किल घड़ी जल्द ही बीत जाए और यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय छात्र सुरक्षित अपने माता-पिता के पास पहुंचें.