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वैलेंटाइन डे स्पेशल: हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक ये हैं लव स्टोरीज पर बनी दुनिया की कुछ बेहतरीन फिल्में

प्यार का सीजन है और इस सीजन में अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक फिल्में देखने का मज़ा ही कुछ और होता है.आइए, आज हम आपको इस स्पेशल डे पर बताते हैं लव स्टोरी पर बेस्ड दुनिया की कुछ पॉपुलर रोमांटिक फिल्में, जो मस्ट वॉच फिल्में हैं

 दुनियाभर में प्रेम कहानियों पर कई बेहतरीन फिल्में बन चुकी हैं दुनियाभर में प्रेम कहानियों पर कई बेहतरीन फिल्में बन चुकी हैं
हाइलाइट्स
  • रोज और जैक की लव स्टोरी आज भी हर एक की जुबान पर

  • बॉलीवुड की जब वी मेट और सोचा ना था जैसी फ‍ि‍ल्मों में वैलेंटाइन डे की झलक

फरवरी का महीना शुरू हो चुका है और इसी के साथ हवा में प्यार का एहसास भी घुलना शुरू हो गया है. दुनियाभर में प्रेम कहानियों पर कई बेहतरीन फिल्में बन चुकी हैं. हॉलीवुड की फिल्म 'टाइटैनिक' से लेकर बॉलीवुड की कबीर सिंह हो या चेतन भगत के नॉवल पर बनी फिल्म '2 स्टेट'  क्यों  ना हो .. लव स्टोरी पर बेस्ड देश-दुनिया की कुछ पॉपुलर रोमांटिक फिल्में हैं. वैलैंटाइन वीक पर आज कुछ ऐसी ही देशी और ग्लोबल फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो वैलेंटाइन के मौके पर मस्ट वॉच फिल्में हैं.

टाइटैनिक (मैक्सिको) -

कई साल पहले आई रोज और जैक की लव स्टोरी आज भी हर एक की जुबान पर है. 'टाइटैनिक' फिल्म साल 1997 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को दुनियाभर में आज भी सराहा जाता है. यहां तक की जैक और रोज के हाथ फैलाते हुए पोज की लोग आज भी कॉपी करते हुए दिखाई देते हैं. 


वैलेंटाइन्स डे-

ये फिल्म कई तरह की लव स्टोरी और हार्ट ब्रेक से कॉमेडी अंदाज़ में डील करती है. यही नहीं जो लोग इस दिन सिंगल हैं उनके मन में क्या चल रहा है वो भी बताती है. कुल मिलाकर कहें तो ये फिल्म अपने पार्टनर के साथ देखने के लिए तो बढ़िया है ही, अगर आप सिंगल हैं तो भी इस फिल्म को वेलेंटाइन के दिन देख सकते हैं. प्यार की अहमियत समझने के लिए भी ये फिल्म देखी जानी चाहिए. 

इस फिल्म में ये दिखाया गया है कि अलग-अलग तरह के जोड़े एक दूसरे का साथ पाने के लिए मेहनत तो करते हैं, लेकिन किसी न किसी वजह से अलग हो जाते हैं. इस फिल्म में हर उम्र का प्यार दिखाया गया है जो इस फिल्म को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाती है.

 

 लव एक्चुली -

2003 में रिलीज हुई फिल्म लव एक्चुली में लीग से हटकर कहानियां दिखाई गई हैं. इस फिल्म में ब्रिटेन के प्राइम मिनिस्टर की कहानी से लेकर शहर के आखिरी कोने में रह रहे एक साधारण से जोड़े की कहानी दिखाई गई हैं. फिल्म की खासियत ये है कि ये सभी कहानियां आपस में जुड़ी हुई हैं. इस फिल्म में प्यार का इजहार करने के लिए राइटिंग बोर्ड का इस्तेमाल किया गया है. फिल्म देखने का एक अलग एहसास होगा क्योंकि ये फिल्म हमें उन दिनों के याद दिलाती है जब हम सभी ने वैलेंटाइन डे का मतलब समझना शुरू किया था. 

50 फर्स्ट डेट-

2004 में र‍िलीज हुई इस फिल्म में प्यार करना उतना भी आसान नहीं होता, कई बार अपने पार्टनर को इम्प्रेस करने के लिए नाको चने चबाना पड़ता है. इस फिल्म में एक ऐसे प्यार की कहानी बताई गई है जहां हिरोइन की याद्दाश्त सिर्फ एक दिन की ही रहती है और रोज़ाना हीरो कुछ ऐसा करता है कि हिरोइन को उससे प्यार हो जाए. ये फिल्म सुनने में काफी सीरियस लगती है, लेकिन देखेंगे तो पाएंगे इससे ज्यादा कॉमेडी फिल्म देख पाना थोड़ा मुश्किल है .

स्लीपलेस इन सिएटल

1993 में र‍िलीज हुई इस फिल्म को लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप पर बनी फिल्म कह सकते हैं. फिल्म में हीरो और हिरोइन दो अलग-अलग टाइम जोन में हैं. ऐसे में दोनों का बातचीत करना और एक दूसरे को टाइम देना काफी मुश्किल होता है. कहानी का लब्बोलुबाब ये है कि दोनों एक दूसरे से फिल्म के आखिर में मिलते हैं लेकिन फिर भी दोनों एक दूसरे के सोल मेट होते हैं. ये एकदम फिल्म क्लासिक है और इसे देखकर आपको फील गुड वाली फीलिंग आएगी.

बॉलीवुड फिल्में

जाने तू... या जाने ना

इस फिल्म में कॉलेज के सबसे अच्छे दिनों को दिखाया गया है. फिल्म के हीरो-हीरोइन कॉलेज के बाद आगे की लाइफ भी सेटल होना चाहते हैं. 

जब वी मेट

यह  इम्तियाज अली की  बेस्ट फिल्म में से एक है. कोई भी इस फिल्म को देखने के बाद ये कह सकता है कि जब वी मेट ने हमें प्यार करना, हंसना और जीना सिखाया. फिल्म में करीना ने एक चंचल पंजाबी लड़की गीत का किरदार निभाया है. इस चंचल लड़की का ब्रकेअप हो चुका है, और उसकी मुलाकात एक दिल टूटे हुए बिजनेसमैन (शाहिद कपूर) से होती है, और आदित्य गीत को ब्रेकअप से उबरने में मदद करता है. 

 

सोचा ना था

भारतीय सिनेमा के लव गुरु  इम्तियाज अली की ये फिल्म रोमांस से भरपूर है. आज भी फिल्म लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए है. फिल्म के बारे में एक लाइन में बताना हो तो ये कह सकते हैं कि इस फिल्म ना पहली नजर का प्यार का कोई सीन है, ना कोई ओवर-द-टॉप सीन है, यह फिल्म एकदम रियल है. 

 

रहना है तेरे दिल में

इस फिल्म में आर माधवन के मैडी के किरदार को आज तक नहीं भूल पाएं हैं. मैडी ने हम सभी को पहली नजर में प्यार होने के एहसास को समझाया है. इस प्रेम कहानी ने हमें सिखाया कि उसके कुछ लड़के यानी मैडी जैसे लड़के मिलना कितना मुश्किल होता है जिससे प्यार किया जा सके. 

वेक अप सिड 

रणबीर कपूर फिल्म वेक अप सिड, एक भरोसेमंद फिल्मों कही जा सकती है. सिड का कैरेक्टर नई पीढ़ी को बहुत सी बारिकियां सिखाता है, साथ ही बड़े शहर में प्यार करना क्या होता है, उसे भी समझाती है.