
सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले ने मुंबई और फिल्म जगत को हिलाकर रख दिया है. कई लोगों के लिए अब भी यह स्वीकार कर पाना मुश्किल है कि एक अपराधी सुरक्षा को भेदकर किसी फिल्म स्टार के घर में घुस सकता है और उसे चाकुओं से गोद सकता है. इस घटना से जुड़ी हुई जानकारी हर दिन थोड़ी-थोड़ी करके बाहर आ रही है.
अब मुंबई पुलिस ने एक बयान में खुलासा किया है कि आरोपी ने इस हमले को कैसे अंजाम दिया. और हमले के बाद उसने अपनी रात कैसे गुज़ारी. आइए डालते हैं मुंबई पुलिस के बयान पर नज़र.
चोरी के इरादे से घर में घुसा
मुंबई पुलिस ने शरीफुल इस्लाम शहज़ाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर को रविवार को मुंबई के पास ठाणे से गिरफ्तार किया. पुलिस को आरोपी के पास से उसकी शनाख्त का कोई दस्तावेज नहीं मिला. इस वजह से पुलिस को शक है कि यह आरोपी एक बांग्लादेशी नागरिक है.
पुलिस के अनुसार यह आरोपी 16 जनवरी को आधी रात के बाद बांद्रा की सत्गुरू शरण बिल्डिंग में मौजूद सैफ के अपार्टमेंट में घुस गया था. आरोपी का इरादा था सैफ के घर में चोरी करना. लेकिन घर में पहुंचने के बाद चोरी हत्या की कोशिश में बदल गई. चोर ने सैफ को कई बार चाकू से मारा, जिसके बाद 54 वर्षीय कलाकार को लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
"घटना के बाद बस स्टॉप पर सोया"
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी एक बस स्टॉप पर आराम से सोया. उसने अपने कपड़े बदले और बांद्रा रेलवे स्टेशन पहुंचा, जहां से वह दादर और बाद में वर्ली होते हुए ठाणे शहर चला गया. उन्होंने बताया कि शहजाद ने पुलिस से बचने के लिए सभी एहतियात बरते थे लेकिन अपने बैग की वजह से वह पकड़ा गया.
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में आरोपी के बैग को देखा था, जिससे जांच को दिशा मिली. बाद में सीसीटीवी, ड्रम डेटा और ऑनलाइन पेमेंट हिस्ट्री की मदद से पुलिस ने आरोपी का पता लगाया. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी को सुबह करीब सात बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन की ओर जाते हुए देखा गया और उसने अपने कपड़े भी बदल लिए थे.
सीसीटीवी में कैद आरोपी के चेहरे की तस्वीर की मदद से पुलिस ने उसके जैसे दिखने वाले आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों की जांच की और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया. अधिकारी ने बताया कि जब इससे कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने बांद्रा इलाके के सीसीटीवी फुटेज की फिर से जांच की.
काम की तलाश में गया था ठाणे
सीसीटीवी में कैद आरोपी के चेहरे की तस्वीर की मदद से पुलिस ने उसके जैसे दिखने वाले आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों की जांच की और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया. अधिकारी ने बताया कि जब इससे कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने बांद्रा इलाके के सीसीटीवी फुटेज की फिर से जांच की.
शहजाद पहले वर्ली के एक पब में काम करता था. वह 16 जनवरी की रात को उसी बिल्डिंग में रुका रहा था. अगले दिन वह काम के लिए इलाके के एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर के पास गया और ठाणे के लिए निकल गया. पुलिस के अनुसार लेबर कॉन्ट्रैक्टर ने पुलिस को शहजाद का मोबाइल नंबर दिया. उसी समय पुलिस को पता चला कि उसने भागते समय उसने कुछ ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किए थे.
अदालत ने आरोपी को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. पुलिस को शक है कि सैफ पर किसी अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत हमला हुआ है. शहजाद पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 311 (गंभीर चोट या मौत का कारण बनने के इरादे से लूट या डकैती), 331 (4) (घर में सेंधमारी) और अन्य अपराधों के साथ-साथ पासपोर्ट अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.