रोमांटिक, और एवरग्रीन सिल्वर स्क्रीन स्टार की बात हो तो सबसे पहले दिमाग में अभिनेता देव आनंद की तस्वीर आती है. बॉलीवुड के सबसे मशहूर अभिनेताओं में से एक थे देव आनंद. 26 सितंबर, 1923 को जन्मे देव आनंद ने अपने 50 साल के करियर में 110 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया.
हालांकि, उनकी फिल्में जितनी मशहूर रहीं, उतने ही मशहूर रहे उनकी निजी जिंदगी के किस्से. बताया जाता है कि देव आनंद अपने जमाने के वह स्टार थे जिसके प्रति लोगों के दीवानेपन की कोई सीमा नहीं थी. खासकर कि उनकी महिला फैन्स, जो उनकी एक झलक पाने के लिए कुछ भी कर सकती थीं.
ब्लैक कोट पहनने पर हुआ विवाद
जब भी देव आनंद की बात होती है तो यह किस्सा जरूर आता है कि वह पब्लिक में ब्लैक कोट नहीं पहनते थे. बहुत से लोगों को लग सकता है कि यह उनका कोई विश्वास होगा. लेकिन ऐसा नहीं है. दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी फिल्म काला पानी (1958) की रिलीज के दौरान एक घटना के बाद ऐसा हुआ.
फिल्म में देव, मधुबाला और नलिनी जयवंत मुख्य भूमिका में थे. बताया जाता है कि उस समारोह में देव काले कोट में इतने सुंदर लग रहा थे कि उनके लुक से आकर्षित होकर एक लड़की ने आत्महत्या कर ली! ऐसी भी खबरें थीं कि युवा लड़कियों ने उनकी एक झलक पाने के लिए इमारतों से छलांग लगा दी थी.
इस घटना के बाद बात इतनी बढ़ी कि कोर्ट में देव आनंद पर ब्लैक कोट पहनने पर बैन लगाने की अपील की गई.
अपने दौर के सफल सितारे थे देव
देव आनंद अपने समय के सबसे सफल सितारों में से एक थे, जिन्होंने 1970 के दशक में भी मुख्य अभिनेता के रूप में काम किया, जबकि उनके समकालीन, राज कपूर और दिलीप कुमार ने या तो निर्देशन शुरू कर लिया था या वरिष्ठ अभिनेताओं के रूप में काम कर रहे थे. देव, एक निर्देशक और निर्माता के रूप में भी सक्रिय थे. उन्होंने ही 1971 में हरे राम हरे कृष्णा में जीनत अमान को लॉन्च किया था.