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Filmy Friday Fearless Nadia: बॉलीवुड की पहली स्टंट वुमन 'फीयरलेस' नाडिया जिसने कई बार स्टंट के लिए अपनी जान दांव पर लगाई, बॉम्बे में सेल्स-गर्ल बनने आई थी ये ऑस्ट्रेलियन लड़की

एक वक्त जब परदे पर बॉलीवुड अभिनेत्रियां खतरनाक स्टंट करने से कतराती थीं ऐसे में साल 1930-40 के दौर में एक एक्ट्रेस ऐसी थी, जो एक्शन सीन्स से कभी पीछे नहीं हटती थी. इस एक्ट्रेस का नाम था नाडिया, जिन्हें 'फियरलेस नाडिया' के नाम से जाना गया.

Fearless Nadia Fearless Nadia

बॉलीवुड फिल्मों में अगर हिरोइन खुद स्टंट परफॉर्म करती है तो इसे आज भी अलग तरीके से देखा जाता है. फिल्म पठान में दीपिका, टाइगर 3 में कटरीना कुछ ऐसे ही एक्शन पैक सीन्स करती नजर आईं. अभी स्टंट को लेकर फिर भी कई सारी सेफ्टी गाइडलाइन्स आ गई हैं लेकिन 1930-40 के दौर में एक अभिनेत्री ऐसी थी जो अपने स्टंट खुद करती थी. वो भी तब जब सेफ्टी गाइडलाइन्स के नाम पर इंश्योरेंस और हार्नेस वगैरह नहीं थीं.

हिंदी सिनेमा की ओरिजनल एक्शन स्टार फियरलेस नाडिया, जिन्होंने उस समय लैंगिक भेदभाव को तोड़ा, जब हमारी पॉप संस्कृति में इस तरह की बातचीत को गंभीरता से नहीं लिया जाता था. ऑस्ट्रेलियाई मूल की अभिनेत्री-स्टंटवुमन मैरी एन इवांस (Mary Ann Evans),को उनके स्क्रीन नाम फियरलेस नाडिया के नाम से जाना जाता था. मैरी एन इवांस ने भारतीय सिनेमा में वीरता को फिर से परिभाषित किया और 1930 के दशक के दौरान हिंदी सिनेमा पर राज किया. भारतीय सिनेप्रेमी 1935 की फिल्म 'हंटरवाली' में उनके किरदार को याद करते हैं जिसमें हंटर के समान कपड़े और नकाब पहने स्क्रीन पर आई थीं.

20 साल की उम्र में शादी
नाडिया का जन्म 8 जनवरी 1908 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ था. उनके पिता स्कॉटिश थे और ब्रिटिश आर्मी में वालेंटियर थे, जबकि उनकी मां ग्रीक थीं. एक साल की मैरी तब पहली बार भारत आईं जब उनके पिता की रेजिमेंट का ट्रांसफर मुंबई हो गया. पहले वर्ल्ड वॉर में उनके पिता की मौत हो गई और उनका परिवार पेशावर चला गया.पेशावर में नाडिया ने घुड़सवारी, मछली पकड़ना और निशानेबाजी सीखी. जब वह 20 साल की थीं तो उनकी शादी हो गई. इस शादी से उन्हें एक बेटा रॉबर्ट जोनस हुआ. इनके पहले पति के बारे में ज्यादा जानकारियां उपलब्ध नहीं है. साल 1928 में वो फिर अपनी मां और बेटे के साथ मुंबई वापस आकर बस गईं.

क्यों बदला नाम ?
नाडिया का नाम मैरी एन इवांस था. एक बार उनके लिए एक अर्मेनियन ज्योतिषी ने भविष्यवाणी कर दी कि अगर उन्हें अपना करियर सफल बनना है तो उन्हें अपने नाम के आगे 'एन' अक्षर से शुरू होने वाला नाम चुनना होगा. ज्योतिष के इस बात के बाद उन्होंने मैरी एन इवांस से नाम बदलकर नाडिया रख लिया. नाडिया ने कई थिएटर्स और सर्कस में भी काम किया. इसके अलावा नाडिया आर्मी और नेवी स्टोर में सेल्स गर्ल के तौर पर काम करती थीं. इस दौरान उन्होंने कई तरह की कला सीखीं जो बाद में उन्हें स्टंट के दौरान काम आई. नाडिया उस दौर में स्टंट करती थी जब यह लड़कियों के लिए बहुत बड़ी चीज मानी जाती थी. मुंबई में नाडिया ने मैडम एस्ट्रोवा से बैली डांस भी सीखा. नाडिया के डांस स्किल्स को देखकर मैडम एस्ट्रोवा बहुत प्रभावित हुईं और उन्होंने नाडिया को अपने डांस ग्रुप का हिस्सा बना लिया.

डांस ने बदली किस्मत
इसके बाद नाडिया का रुझान डांस की तरफ इस कदर बढ़ा कि उन्होंने सर्कस बंद करके डांस में ही करियर बनाने की ठानी. एक दिन नाडिया लाहौर में एक डांस परफॉर्मेंस दे रही थी. वहां एक सिनेमा मालिक इरुच कंगा ने जब उनकी परफॉर्मेंस देखी और उनसे प्रभावित हुए. इसके बाद उन्होंने ही नाडिया की मुलाकात वाडिया मूवीटोन प्रोडक्शन हाउस के मालिक जे. बी. एच वाडिया और होमी वाडिया से करवाई. उन्हें फिल्मों का ऑफर दिया गया लेकिन हिंदी सीखने की शर्त पर.

फिल्म हंटरवाली में किया लीड रोल
साल 1935 में रिलीज हुई वाडिया प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म हंटरवाली में उन्होंने लीड किरदार निभाया. इस फिल्म नाडिया की निडरता और उनके स्टंट्स को दर्शकों ने बहुत पसंद किया. इसके बाद नाडिया ने लगभग 50 फिल्मों में काम किया और सभी फिल्मों के स्टंट खुद किए. नाडिया इतने खतरनाक स्टंट करती थीं कि हीरो भी उन्हें करने से मना कर देते थे. कई खतरनाक स्टंट में उन्हें चोट लगते-लगते भी बची. एक बार फिल्म में एक फाइट सीन था जिसकी शूटिंग के दौरान नाडिया काफी ऊंचाई से नीचे मुंह के बल गिर गई थीं. हालांकि उन्हें चोट बहुत ज्यादा चोट नहीं लगी थी.

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