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Filmy Friday Kajal kiran: हिट फिल्में देने वाली इस एक्ट्रेस को कभी नहीं मिला फेम, इंडस्ट्री से अचानक हुई गुमनाम

फिल्मी फ्राइडे में आज हम जिस अभिनेत्री की बात कर रहे हैं उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक हिट फिल्म से की थी लेकिन 13 साल में 40 से ज्यादा फिल्मों में काम करने के बाद वह सिल्वर स्क्रीन से गायब हो गईं और फिर कभी नजर नहीं आईं.

Kajal kiran Kajal kiran
हाइलाइट्स
  • 'हम किसी से कम नहीं' से किया डेब्यू

  • सुनीता कुलकर्णी था असली नाम

फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई स्टार्स रहे जिन्होंने सुपरहिट फिल्म से डेब्यू किया और कई सालों तक एक्टिव भी रहे लेकिन, उन्होंने अचानक बॉलीवुड छोड़ दिया और गुमनाम हो गए. फिल्मी फ्राइडे (Filmy Friday) में आज हम जिस अभिनेत्री की बात कर रहे हैं उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक हिट फिल्म से की थी लेकिन 13 साल में 40 से ज्यादा फिल्मों में काम करने के बाद वह सिल्वर स्क्रीन से गायब हो गईं और फिर कभी नजर नहीं आईं.

सुनीता कुलकर्णी था असली नाम
हम बात कर रहे हैं काजल किरण की. काजल बेशक ही फिल्मों से बहुत जल्दी रिटायर हो गईं लेकिन उनके चाहने वाले आज भी कम नहीं हैं. काजल किरण का जन्म 18 अक्टूबर 1958 को मुंबई में मिडिल क्लास महाराष्ट्रियन फैमिली में हुआ. उनका असली नाम था सुनीता कुलकर्णी. काजल अपने घर की बड़ी बेटी थी, उनके दो भाई हैं. काजल के मां-बाप उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे लेकिन काजल एक्टिंग में करियर बनाना चाहती थीं.

'हम किसी से कम नहीं' से किया डेब्यू
काजल किरण ने 1977 में फिल्म 'हम किसी से कम नहीं' से बॉलीवुड में डेब्यू किया. फिल्म की रिलीज के ठीक बाद काजल बॉलीवुड में बड़ा नाम बन गईं. उनकी गिनती उस दौर की टॉप एक्ट्रेसेस में होने लगी. इस फिल्म के निर्देशक नासिर हुसैन ने फिल्म रिलीज होने तक काजल किरण को कोई और फिल्म साइन नहीं करने का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया. इसलिए काजल तीन साल तक तो कोई और फिल्म साइन ही नहीं कर पाईं.

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इसके बाद तो 'सबूत', 'वारदात', 'मांग भरो सजना', 'हमसे बढ़कर कौन' जैसी फिल्में आईं. इन सभी फिल्मों ने काजल किरण को भारतीय सिनेमा में टॉप एक्ट्रेस के रूप में स्थापित करने में मदद की. 

1984 में काजल ने मोहनलाल के साथ मलयालम फिल्म 'उयारंगालिल' में काम किया. फिल्म को कल्ट क्लासिक और सुपरहिट का दर्जा दिया गया. काजल किरण ने बाद के कुछ सालों में कई फिल्मों में काम किया लेकिन जल्द ही उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होने लगीं.

फिल्मी करियर से लिया संन्यास
लगातार फ्लॉप होती फिल्मों को बाद उन्होंने 1990 में फिल्मी करियर से संन्यास ले लिया और शादी कर ली. दिलचस्प बात यह है कि काजल किरण की पिछली पांच फिल्में 'दीवाने', 'कुर्बानी रंग लाएगी', 'राजू दादा' और 'आखिरी संघर्ष' उनके रिटायरमेंट के बाद रिलीज हुई थीं.

शादी कर चली गईं नीदरलैंड
काजल किरण ने अपने करियर के पीक पर एक ऐसे शख्स से शादी की, जिसकी पहचान उन्होंने कभी नहीं बताई. उनके बारे में ज्यादा जानकारी भी मौजूद नहीं है लेकिन कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि वह अपने पति के साथ नीदरलैंड में रहती हैं. फिल्मों से संन्यास लेने के बाद उन्हें कभी भी देखा नहीं गया.