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Happy Birthday Varun Grover: लिखने का था पैशन तो छोड़ दी अच्छी-खासी नौकरी, लिखे हैं एक से एक हिट गाने

Varun Grover Birthday: वरूण ग्रोवर भारतय गीतकार, लेखक, एक्टर और स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उन्होंने सर्व-श्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार जीता.

Varun Grover Birthday Varun Grover Birthday
हाइलाइट्स
  • छोड़ दी सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट की नौकरी 

दम लगा के हइशा फिल्म के गाने मोह मोह के धागे से मशहूर हुए वरूण ग्रोवर एक गीतकार, लेखक, और स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. जो लोग उन्हें कॉमेडी के लिए जानते हैं, उन्हें शायद ही पता हो कि वरूण ग्रोवर ने बहुत से चार्टबस्टर गाने लिखे हैं और कई फिल्मों की कहानी भी. 

हिमाचल प्रदेश में पले-बढ़े वरूण ग्रोवर के पिता आर्मी में थे और मां टीचर. पढ़े-लिखे परिवार के बेटे का इंजीनियर बनना तो तय था. लेकिन बचपन से गी कविताएं, नाटक, गीत और कहानियां कब उनके मन में घर कर गए, उन्हें खुद पता नहीं चला. अच्छी-खासी नौकरी करने वाले वरूण को उनका पैशन जॉब छुड़वाकर सपनों के शहर ले आया. 

छोड़ दी सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट की नौकरी 
IIT BHU से सिविल इंजीनियरिंग करने वाले वरूण को पुणे में अच्छी नौकी मिल गई थी. लेकिन दिन भर कोडिंग करते हुए उन्हें कॉलेज के वे दिन याद आते थे जब वह कॉलेज थिएटर टीम के लिए नाटक लिखते थे. जहां-तहां की कहानियां बुनना वरूण को खूब पसंद था. लेकिन नौकरी में वे सिर्फ कोड ही लिख पा रहे थे. 

साल 2003 में आखिरकार उन्होंने ठान लिया कि अब कोड नहीं बल्कि उनकी कहानियां लिखी जाएंगी. उनकी मां इस फैसले से थोड़ी संदेह में थी पर पिता ने उन्हें समझा. और वरूण जॉब छोड़कर मुंबई पहुंच गए. यहां सीधे सिनेमा तक पहुंचना मुश्किल था इसलिए टीवी के लिए ‘द ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो’ में राइटिंग का काम पकड़ा. इसके बाद उन्होंने दस का दम, ओये इट्स फ्राइडे, जय हिन्द, सबका भेजा फ्राई जैसे शोज के लिए भी लिखा. 

पहले गीतकार बने फिर लिखी पटकथा 
वरूण किसी भी तरह सिनेमा से जुड़ना चाहते थे. इसलिए एक फिल्म बिना कुछ सोचे-समझे ले ली. पर इस फिल्म को करने के बाद समझ आया कि वह मसाला फिल्मों के लिए नहीं हैं. उन्होंने इंतजार किया और फिर Passion For Cinema नामक एक वेबसाइट के प्रमोशन के लिए वह अनुराग कश्यप से मिले.

अनुराग ने उनकी प्रतिभा को भांप लिया और उन्हें फिल्म गैंग्स ऑफ़ वासेपुर और द गर्ल इन येलो बूट्स के गाने लिखने के लिए कहा. हालांकि, वरूण को कहानियां लिखनी थीं लेकिन उन्होंने इस मौके को नहीं जाने दिया. इन फिल्मों के गाने चार्टबस्टर रहे. 

इसके बाद, 2015 में उन्हें मसान फिल्म के गाने और कहानी लिखने का मौका मिला. इस फिल्म को कई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स में सराहना मिली. आज वह उड़ता पंजाब, रमन राघव, आंखों देखी, हसीन दिलरूबा, सम्राट पृथ्वीराज, संदीप और पिंकी फरार और कला जैसी कई फिल्मों के लिए काम कर चुके हैं. उन्होंने सैक्रेड गेम्स वेब सीरीज भी लिखी है. 

दिल छू लेंगे उनके लिखे ये गाने 

1. तू किसी रेल-सी गुजरती है मैं किसी पुल सा थरथराता हुं
2. ओ वुमनिया
3. ये इक जिंदगी काफी नहीं है 
4. अटक गया 
5. मोह मोह का धागा