"ये दुःख काहे खत्म नहीं होता बे" यह भले एक फ़िल्म का डायलॉग भर है लेकिन इसी फिल्म और इसी डायलॉग ने विक्की कौशल के सारे दुःखों को खत्म कर दिया था. दुःखों से यहां मतलब उस स्ट्रगल से है जो विक्की ने 'मसान' के आने से पहली तक की थी. 'मसान' फ़िल्म ने विक्की को पहचान दी और सिनेमा देखने वालों को उनकी दमदार एक्टिंग से रूबरू करवाया. आज वो अपना 34वां बर्थडे मना रहे हैं.इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे मुंबई की चॉल से निकलकर एक लड़का बहुत कम समय में अपनी मेथड एक्टिंग की बदौलत बॉलीवुड में बड़ा नाम बन गया.
मुम्बई के चॉल में गुजरा बचपन
विक्की वैसे तो पंजाब के होशियारपुर से हैं लेकिन उनका जन्म 16 मई 1988 को मुम्बई के चॉल में हुआ था. वहीं वो पले बढ़े. बचपन 10×10 के कमरे में गुजरा. जहां वो अपने पूरे परिवार के साथ रहते थे. विक्की के पिता श्याम कौशल हिंदी फिल्म में एक्शन डायरेक्टर हैं और उनकी मां वीना कौशल गृहणी हैं. अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद विक्की ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. लेकिन इसी पढ़ाई के दौरान उन्हें लगा कि वो ऑफिस जॉब के लिए नहीं बने हैं. बचपन से ही सिनेमा देखने और एक्टिंग करने का शौक था तो पढ़ाई पूरी करने के बाद एक्टिंग सीखने के लिए किशोर नामित कपूर की एक्टिंग क्लास को ज्वाइन कर लिया. इस दौरान वो लगातार थियेटर करते रहे और फ़िल्म के लिए ऑडिशन देते रहे. कई असफलताएं हाथ लगी. लेकिन वो हार नहीं माने.
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से फिल्मी दुनिया मे रखा कदम
2012 में आई अनुराग कश्यप की कल्ट फ़िल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से विक्की ने फिल्मी सफर की शुरुआत की. यह पढ़कर कई लोग सोच रहे होंगे कि विक्की तो इस फ़िल्म में थे ही नहीं. बिल्कुल सही. विक्की कौशल ने इस फ़िल्म से बॉलीवुड में कदम जरूर रखा लेकिन बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर. एक्टिंग करने का मौका उन्हें 2012 में ही आई फ़िल्म 'लव शव ते चिकेन खुराना' में मिला. इस फ़िल्म में विक्की के कौशल को लोग नहीं पहचान पाए. लेकिन वो कहते हैं न कि सूर्य की रौशनी को बादल कब तक ढक सकता है. विक्की की एक्टिंग के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. 2015 में फ़िल्म आई मशान. इस फिल्म में विक्की ने वह कर दिखाया जो हमेशा के लिए लोगों के जेहन में कैद हो गई. उनकी एक्टिंग का लोगों ने लोहा माना. इस फ़िल्म के बाद विक्की ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. रमन राघव, संजू, मनमर्जियां जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया. विक्की के अबतक के करियर की सबसे हिट फिल्म रही 2019 में आई 'उरी द सर्जिकल स्ट्राइक'(Uri: The Surgical Strike ). जिसने करीब 342 करोड़ रुपए कमाए. इसके बाद 2021 में आई फ़िल्म 'सरदार उधम' (Sardar Udham ) में उनकी एक्टिंग को पूरी दुनिया में सराहा गया. विक्की की काबलियत को देखते हुए इंटरनेशनल इंडियन फ़िल्म एकेडमी अवार्ड, फिल्मफेयर अवार्ड, जी सीने अवार्ड, स्क्रीन अवार्ड समेत कई पुरस्कारों से उन्हें नवाजा गया है.
विक्की जब 15 के थे तभी कैटरीना की आई थी पहली फ़िल्म
फिल्मी सफर के दौरान वैसे तो विक्की कौशल का नाम तापसी पन्नू, श्वेता त्रिपाठी, भूमि पेडनेकर समेत कई अभिनेत्रियों के साथ जुड़ा लेकिन विक्की कौशल को तो कैटरीना ही पसंद थी. विक्की ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो कैटरीना को पहली फ़िल्म में देखने के बाद ही बतौर एक्ट्रेस पसंद करने लगे थे. दोनों की उम्र में 5 साल का फासला है. कैटरीना जब 2003 में बूम फ़िल्म से बॉलीवुड में अपने सफर की शुरुआत कर चुकी थी उस वक्त विक्की पढ़ाई ही कर रहे थे. बताया जाता है कि कॉफी विद करण में कैटरीना से जब पूछा गया कि वो किसके साथ काम करना चाहती हैं तो कैटरीना ने विक्की कौशल का नाम लिया था. जब विक्की कौशल को यह बात मालूम हुई तो वो काफी खुश हुए थे. और इसी के बाद से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़नी शुरू हुई. और 9 दिसंबर 2021 को दोनों ने राजशाही तरीके से राजस्थान में शादी के बंधन में बंध गए.
आने वाली है ये फ़िल्म
विक्की कौशल की नई फ़िल्म 'गोविंदा नाम मेरा' (Govinda Naam Mera) इसी साल 10 जून को रिलीज हो सकती है. इस फ़िल्म में वो कियारा आडवाणी और भूमि पेडनेकर के साथ नजर आने वाले हैं. खबर ये भी है कि फ़रहान अख्तर की आने वाली फिल्म 'जी ले जरा' में वो अपनी वाइफ कैटरीना कैफ के साथ नजर आएंगे. हालांकि इस बात की ऑफिशियल रूप से घोषणा नहीं हुई है.