
परेश रावल उन चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं जिन्होंने थिएटर से उठकर बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई और अपनी अदाकारी से न सिर्फ भारत में बल्कि दुनियाभर में लोगों को अपना मुरीद बना लिया. भारतीय सिनेमा में उनका कद ऐसा है कि उन्हें पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने हंसाने से लेकर रुलाने और डराने वाले कई किरदार निभाए हैं. हालांकि अब उन्होंने एक खुलासा करके सभी को चौंका दिया है.
रावल ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि करियर के शुरुआती दौर में उनके घुटने में चोट लग गई थी. उनका घुटना फ्रैक्चर हो गया था. जिसके इलाज के लिए उन्होंने अपना ही पेशाब पिया था. उनका दावा है कि इस नुस्खे ने उन्हें ठीक भी कर दिया था. आइए जानते हैं यह किस्सा.
जब दामिनी की शूटिंग के दौरान लगी थी चोट
परेश रावल ने डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब को दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि यह बात उस समय की है जब वह 1993 में रिलीज़ हुई 'सरदार' फिल्म के लिए शूटिंग कर रहे थे. वह सरदार पटेल के जीवन पर बनी इस फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे थे. इसके लिए उन्होंने 24 किलो वज़न भी घटाया था.
उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि वह हैदराबाद में शूट कर रहे थे. लेकिन क्योंकि उनकी पत्नी स्वरूप संपत उनके दूसरे बेटे आदित्य को जन्म देने वाली थीं इसलिए वह मुंबई आए हुए थे. इस दौरान मुंबई में घातक फिल्म की शूटिंग हो रही थी. उन्हें फिल्म की शूटिंग पर बुलाया गया. और वह चले गए.
रावल उस घटना के बारे में बताते हैं, "मुझे राजकुमार संतोषी साहब ने देखा और बोले, अरे परेश तू आ गया. मैंने उनसे कहा कि मैं इसके (नई संतान के जन्म के लिए) आया हूं. शूटिंग की डेट अभी नहीं है. उन्होंने मुझसे कहा कि एक काम कर, छोटा सा सीन कर डाल. मैंने सोचा कि मैं कहां हाय-हेलो में फंस गया."
राजकुमार संतोषी ने परेश रावल को आश्वासन दिया कि फिल्म की शूटिंग में सिर्फ एक से डेढ़ घंटे का समय लगेगा. हालांकि इसके फौरन बाद रावल को हॉस्पिटल पहुंचना था. अपनी पत्नी के पास. वह सीन के लिए तैयार हुए. इस सीन में राकेश पांडेय उन्हें एक मछली बाज़ार के बीचोंबीच खींचने वाले थे. यह छोटा सा सीन रावल के लिए खतरनाक साबित हो गया.
उन्होंने बताया, "फिल्मों में जो चप्पल देते हैं, वे ऐसी होती हैं जैसे उनके नीचे सनमाइका लगा हो. बहुत फिसलने वाली होती हैं. वह भी मछली मार्केट में. जब राकेश साहब ने मुझे खींचा तो मैं अपने घुटने पर गिर गया. किस्मत से मछली मार्केट के पीछे ही नानावटी हॉस्पिटल था. जो भी लोग थे मुझे उठाकर लेकर गए."
वीरू देवगन ने दिया पेशाब पीने का सुझाव
रावल कहते हैं, "मैं हॉस्पिटल में लेटे हुए सोच रहा था. अब अगर उपकार का रिमेक बनेगा तो मुझे प्राण साहब का रोल मिलेगा. महाभारत बनेगी तो मुझे शकुनी का किरदार दिया जाएगा. मेरे दिमाग में यही सब चल रहा था. मैं डरा हुआ था. बीवी अस्पताल में थी, बच्चा पैदा होने वाला था. मैं घर का कमाने वाला अकेला था और अस्पताल में पड़ा था."
रावल बताते हैं कि यहां फिल्म निर्देशक वीरू देवगन ने उन्हें एक सुझाव दिया. उनका दावा है कि इसी नुस्खे के कारण वह फिट भी हुए. रावल बताते हैं, "वीरू देवगन आए थे. मुझसे पूछने लगे कि क्या हो गया तुझे. मैंने उन्हें बताया कि मैं गिर गया. उन्होंने पूछा, जो मैं बोलूंगा वो करेगा? मैंने कहा कि हां करूंगा. वह बोले कि सुबह उठकर सबसे पहले अपना यूरिन पीना."
उन्होंने बताया, "वह कहने लगे कि सब फाइटर ऐसा करते हैं. बस अगले दिन शराब नहीं पीनी. गोश्त नहीं खाना और तंबाकू नहीं खाना. मैंने अगले दिन खुद को तैयार किया. मैंने सोचा था कि अगर यूरिन पिऊंगा तो उसे घटक नहीं लूंगा बल्कि बीयर की तरह पियूंगा. मैंने 15 दिन तक यह किया. फिर जब 15 दिन बाद एक्स-रे निकला तो डॉक्टर दंग रह गए. पूछने लगे कि (हड्डी पर) यह सीमेंटिंग कैसे हुई?"
उन्होंने कहा कि वह हॉस्पिटल से दो-ढाई महीने में निकलने वाले थे लेकिन इस थेरेपी की मदद से वह सिर्फ डेढ़ महीने में ही काम पर लौट गए. हालांकि उन्होंने कभी अपने परिवार को इसके बारे में नहीं बताया. चोट से ठीक होने के बाद रावल ने कायाकल्प नाम के नाटक को डायरेक्ट किया था. उन्होंने चोट के साथ ही दामिनी फिल्म में भी अभिनय किया था.