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बचपन का सावन वापस पाने के लिए पूरी दौलत लुटाने को तैयार थे जगजीत सिंह! वो गजल जो हमेशा लोगों की जुबां पर होते हैं

गजल सम्राट के नाम से मशहूर जगजीत सिंह का गजल जिसने सुना उनका कायल हो गया. आज अगर वे तो अपना 81वां जन्मदिन मना रहे होते. लेकिन, उनके जन्मदिन पर उन्हीं की एक गजल याद आती है-"चिट्ठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश...जहां तुम चले गए". सचमुच अपनी गीत के जरिये उन्होंने मोहब्बत की जो बारिश की है उससे आने वाली कई पीढ़ियां भीगती रहेगी.

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हाइलाइट्स
  • आज जगजीत सिंह की 81वीं बर्थ एनिवर्सरी

  • जगजीत सिंह के गाए सारे गजल हिट रहे

गजल की दुनिया में ऐसा नाम जिनको याद किया जाए तो खामोशी से दिलों में मोहब्बत के तराने बजने लगते हैं. जब गाने के लिए माइक उठाया तो जिंदगी की वास्तविकता से रूबरू करा दिया. शब्दों को अपनी आवाज देकर जिंदगी की आसान परिभाषा गढ़ दी और लोगों को बताया कि 'जिंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है'. आवाज में इतनी गहराई कि कम वक्त में ही पूरी दुनिया में मशहूर हो गए जगजीत सिंह. बचपन के सावन को वापस पाने के लिए अपनी पूरी दौलत और शोहरत लुटाने को तैयार जगजीत ने जब गाया-'ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो...भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन...' तब पूरी दुनिया उनकी कायल हो गई.

गजल सम्राट के नाम से मशहूर जगजीत सिंह का गजल जिसने सुना उनका कायल हो गया. आज अगर वे तो अपना 81वां जन्मदिन मना रहे होते. लेकिन, उनके जन्मदिन पर उन्हीं की एक गजल याद आती है-"चिट्ठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश...जहां तुम चले गए". सचमुच अपनी गीत के जरिये उन्होंने मोहब्बत की जो बारिश की है उससे आने वाली कई पीढ़ियां भीगती रहेगी. वैसे तो उन्होंने जितनी गजलें गाई सब हिट रही, लेकिन उनमें कुछ ऐसी हैं जो हमेशा लोगों की जुबां पर होते हैं.

1. आपको देखकर देखता रह गया...
ये मशहूर शायर वसीम बरेलवी की गजल है जिसे जगजीत सिंह ने अपनी आवाज दी है. गजल मोहब्बत की दुनिया से जिंदगी की वास्तविकता में ला देती है. जब जगजीत सिंह कहते हैं कि झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गए और मैं था कि सच बोलता रह गया.

2. चिट्ठी न कोई संदेश...
दुनिया छोड़कर जाने वाले को किस तरह से पुकारा जा सकता है इस गजल को सुनकर अंदाजा लगाया जा सकता है. बिछड़ने का गम जानना चाहते हैं तो एक बार इस गजल को जरूर सुनें.

3. तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो...
मुस्कुराहटों के पीछे का गम ढूंढ अपनी गजलों में उतार देने वाले शख्सियत थे जगजीत सिंह. शायद हर हंसी के पीछे का दर्द उन्हें मालूम होगा तभी उन्होंने गजल से इसे बयां कर दिया.

4. ये दौलत भी ले लो...ये शोहरत भी ले लो
बचपन का सावन वापस पाने के लिए पूरी दौलत और शोहरत लुटाने को तैयार थे जगजीत सिंह! एक ऐसा गजल जो आपको बचपन की दुनिया में ले जाएगा इसे सुनने के बाद आप वहां से निकलना नहीं चाहेंगे. आंखों नम हो जाएंगी.

5. तुमको देखा तो यह ख्याल आया...
अपनी प्रेमिका, मोहब्बत, हमसफर...जिसे भी कह लें, ये गजल डेडिकेट करेंगे तो यकीन मानिये चेहरे पर एक मुस्कान आ जाएगी. देखकर यह ख्याल आया कि जिंदगी धूप है और तुम घना साया. मतलब साफ है कि परेशानियों में राहत देने वाली सिर्फ तुम हो.

6. तेरे आने की जब खबर महके...
जगजीत सिंह ने जब माइक उठाया और यह गाया कि तेरे आने की जब खबर महके, तेरी खुश्बू से सारा घर महके...तो यकीन मानिये कि लड़कियां इसकी दीवानी हो गईं. लड़कों की भी जुबां पर ये गाना रहता था.

7. जिंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है...
संतोष आनंद की इस गीत को जगजीत सिंह ने भी अपनी आवाज दी थी. एक गीत में जिंदगी की आसान परिभाषा गढ़ दी. दो पंक्तियों में जिंदगी को समेट दिया यह कहकर कि जिंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है.