बॉलीवुड में 70 का दशक जब अभिनेत्रियों को शो पीस के तौर पर देखा जाता था, यहां से जया बच्चन (Jaya Bachchan) ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की और अपने दमदार अभिनय से सशक्त पहचान बनाई जो आजतक कायम है.
एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मों में निभाए गए अपने किरदार से दर्शकों के जेहन में ताजा रहने वाली जया बच्चन ने भले फिल्में कम कीं, लेकिन अपने अभिनय का लोहा मनवाने में कामयाब रहीं. जया बच्चन का यह सफर फिल्मी दुनिया से होते हुए राजनीति की दुनिया में आ पहुंचा है और आज वह अपना 74 वां जन्मदिन मना रही हैं.
15 वर्ष की उम्र में ही शुरू किया अपना फिल्मी सफर
जया बच्चन ने साल 1963 में आई सत्यजीत रे की बांग्ला फ़िल्म 'महानगर' से फ़िल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। लेकिन पहचान 1971 में ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित फ़िल्म 'गुड्डी' से मिली. इस फ़िल्म में दमदार अभिनय के लिए फिल्मफेयर अवार्ड के बेस्ट एक्ट्रेस के लिए नामांकित की गईं. इसके बाद 1972 में आई फ़िल्म 'कोशिश' में इनके किरदार को खूब सराहा गया.
जब दिया था अमिताभ बच्चन को दिल
साल 1971 में आई फ़िल्म 'गुड्डी' के लिए पहले जया बच्चन और अमिताभ बच्चन को कास्ट किया गया था. बाद में किसी कारण से अमिताभ बच्चन को इस फ़िल्म से निकाल दिया गया. यहीं से जया बच्चन के मन में आमिताभ बच्चन के लिए प्रेम उतपन्न हुआ. दो साल बाद 3 जून 1973 को दोनों ने बेहद सादे ढंग से शादी कर ली. शादी में अमिताभ बच्चन की तरफ से केवल 5 लोग ही आए थे.
आठ फिल्मफेयर अवार्ड हैं इनके नाम
जया बच्चन ने कम फिल्में की लेकिन अपने दमदार अभिनय से सिनेमा जगत में अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहीं. इसका नतीजा रहा कि 8 फिल्मफेयर अवार्ड के अलावा 2007 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी उन्हें सम्मानित किया गया. इसके अलावा उत्तरप्रदेश सरकार ने 1994 में यश भारती अवार्ड और भारत सरकार ने सिनेमा जगत में उनके योगदान को देखते हुए 1992 में पद्मश्री से अलंकृत किया.
अभिनय की दुनिया के अलावा राजीनीति में भी रहीं सफल
फ़िल्मी दुनिया से निकल कर जया बच्चन राजनीति में सक्रिय हुईं. 2004 में पहली बार समाजवादी पार्टी की सहयोग से चुनकर राज्यसभा पहुंची. उसके बाद क्रमशः 2006, 2012 और 2018 में राज्यसभा सांसद बनीं.