
प्रयागराज में अपने परिवार के साथ मालाएं बेचने आई मोनालिसा जब से सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं, तब से हर किसी की नजर उन पर ही है. हाल ही में, उनकी पॉपुलैरिटी उनके परिवार के लिए परेशानी का सबब बनी हुई थी. लेकिन अब लगता है कि यह परेशानी जल्द ही अवसर में बदलने जा रही है. जी हां, सोशल मीडिया पर सनसनी बनी मोनालिसा अब जल्द ही फ़िल्मों में नज़र आएंगी.
बताया जा रहा है कि मणिपुर में हुई घटना पर बनने वाली फ़िल्म में मोनालिसा प्रमुख किरदार निभा सकती हैं. मुंबई में रहने वाले फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने मोनालिसा को अपनी अगली फ़िल्म के लिए साइन कर लिया है. सनोज मिश्रा ने इंदौर में मोनालिसा के गांव माहेश्वरी जाकर उन्हें अपनी अगली फ़िल्म के लिए साइन किया है.
'डायरी ऑफ़ मणिपुर' में आएंगी नजर
डायरी ऑफ़ मणिपुर सनोज मिश्रा की अगली फ़िल्म है जिसमें उन्होंने मोनालिसा को प्रमुख भूमिका के लिए साइन किया है. मोनालिसा इस फ़िल्म के लिए तैयार हो गई है और उन्होंने सनोज मिश्रा से कहा है कि वह इस फ़िल्म के लिए बहुत मेहनत करेंगी. सनोज मिश्रा ने बताया है कि उनकी अगली फ़िल्म मणिपुर की घटना पर आधारित है और इस फ़िल्म में वो मोनालिसा को मौक़ा दे रहे हैं.
अपनी खूबसूरती के लिए हुईं पॉपुलर
आपको बता दें कि प्रयगराज में लगे महाकुंभ मेले में अपने परिवार के साथ आजीविका की तलाश में पहुंची मोनालिसा रातोंरात सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. एक यूट्यूबर ने उन्हें अपने कैमरे में कैद किया और उनके बात की. सोशल मीडिया पर लोगों को उनकी सादगी व खूबसूरती इतनी भा गई कि वह रातोंरात स्टार बन गईं.
मोनालिसा के दादा लक्ष्मण घोसले ने बताया कि वह वाराणसी, हरिद्वार से कच्चा माल लेकर आते हैं, यहां मालाएं बनाते हैं. एक माला 20 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये की होती है. इसमें रुद्राक्ष सहित अन्य मोतियों की माला होती है. मोनालिसा के दादा ने बताया कि परिवार कई वर्षों से मालाएं बनाकर बेचता है. इसमें ओंकारेश्वर, मांडू, महेश्वर सहित अन्य धार्मिक स्थलों या मेलों में माला बेचने जाते हैं.
पॉपुलैरिटी का निजी जिंदगी पर पड़ा असर
17 साल की मोनालिसा प्रयागराज में महाकुंभ में रुद्राक्ष और मालाएं बेच रही थीं जब सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हुआ. मोनालिसा के हर दिन कोई न कोई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इससे उनके काम पर असर पड़ने लगा क्योंकि दिनभर उनके पास उन्हें अपने कैमरे कैद करने वालों की भीड़ लगी रहती जिस कारण वह अपना काम नहीं कर पा रही थीं. उनके पिता ने उन्हें गांव वापस भेजने का फैसला लिया. हालांकि, अब उनकी पॉपुलैरिटी उनके काम आती नजर आ रही है.
(Inputs from Ashutosh Mishra)