दुनिया को 73वीं मिस यूनिवर्स मिल गई है. मिस यूनिवर्स के 73वें संस्करण में डेनमार्क की विक्टोरिया कजेर थीलविग को मिस यूनिवर्स 2024 का ताज पहनाया गया. थीलविग मिस यूनिवर्स बनने वाली पहली डेनिश महिला हैं. इस प्रतियोगिता में दुनिया भर से 120 सुंदरियों ने भाग लिया था.
नाइजीरिया की चिदिम्मा एडेटशिना फर्स्ट रनर-अप रहीं और मेक्सिको की मारिया फर्नांडा बेल्ट्रान को सेकेंड रनर-अप चुना गया. भारत की रिया सिंघा भी टॉप 30 कंटेस्टेंट में शामिल रहीं.
मिस यूनिवर्स 2024 से कौन सा सवाल पूछा गया?
जजों के सवाल के दौरान थीलविग से पूछा गया, "अगर आपको पता चले कि कोई आपको जज नहीं करेगा तो आप अपना जीवन अलग तरीके से कैसे जिएंगे?" इसपर थीलविग ने जवाब दिया, “मैं अपना जीवन जीने का तरीका कभी नहीं बदलूंगी. हम अपनी गलतियों से सीखते हैं. हम हर दिन सीखते हैं. हम कुछ नया सीखते हैं और हमें उसे भविष्य में अपनाना होता है, और यही वजह है कि मैं हर दिन को उसी के हिसाब से जीती हूं. मुझे बस सकारात्मक रहना है. तो नहीं, मैं कुछ भी नहीं बदलूंगी.”
टॉप फाइनलिस्टों से पूछा गया, “मिस यूनिवर्स ने महिलाओं की पीढ़ियों को प्रेरित किया है. अब आप उन लोगों से क्या कहना चाहते हैं जो आपको देख रहे हैं?” इसपर थीलविग ने जवाब दिया, “पूरी दुनिया के लिए मेरा मैसेज है.. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका अतीत क्या है, आप हमेशा इसे अपनी ताकत में बदलाव चुन सकते हैं. तुम्हें बस लड़ते रहना है. मैं आज यहां खड़ी हूं क्योंकि मैं बदलना चाहती हूं, मैं इतिहास बनाना चाहता हूं और आज रात मैं यही कर रही हूं. कभी हार न मानना. हमेशा खुद पर और अपने सपनों पर भरोसा करें.''
भारत की पहली मिस यूनिवर्स हैं सुष्मिता
अब तक तीन भारतीय महिलाएं ही मिस यूनिवर्स का खिताब जीतने में कामयाब रही हैं. सबसे पहले 1994 में सुष्मिता सेन ने और दूसरी बार साल 2000 में लारा दत्ता ने यह खिताब जीता था. इसके बाद 2021 में हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता.
मिस यूनिवर्स में सबसे ज्यादा स्कोर करने वाली इकलौती कंटेस्टेट लारा दत्ता
मिस यूनिवर्स के इतिहास में लारा दत्ता 9.99 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली इकलौती कंटेस्टेट रही हैं. लारा दत्ता को फाइनल राउंड में मिस यूनिवर्स पीजेंट को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने के लिए कहा गया था. उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मिस यूनिवर्स जैसी प्रतियोगिताएं युवा महिलाओं को अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए एक मंच देती हैं और वे महिलाओं को मजबूत और स्वतंत्र बनाती हैं.