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Mother’s day Exclusive: 'मां ने सिखाया आत्मनिर्भर बनना, उनकी चाहत थी मैं गाना गाऊं': अनुराधा पौडवाल

मदर्स डे को मनाने के पीछे हमारे जीवन में मां की महत्ता को दर्शाना है. एक मां का आंचल अपनी संतान के लिए कभी छोटा नहीं पड़ता मदर्स डे के मौके पर अपनी मां के साथ अटूट रिश्ते को बयां कर रही हैं सिंगर अनुराधा पौडवाल...

Anuradha Paudwal/Instagram Anuradha Paudwal/Instagram

मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता हो जाऊँ...माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि बच्चा हो जाऊँ...मां पर मुनव्वर राना की लिखी यह पंक्तियां हर किसी के अपनी मां के लिए जज्बात हैं...
 
'मदर्स डे' का स्पेशल दिन हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है. इस साल यह मदर्स डे 8 मई को मनाया जाएगा. दुनियाभर में मदर्स डे मातृत्व के महत्व को सम्मान देने लिए सेलिब्रेट (Mother’s day) किया जाता है.

मदर्स डे के मौके पर Good News Today Digital ने अनुराधा पौडवाल से बात की. अनुराधा ने काम के साथ-साथ जिस तरह अपने बच्चों को संभाला है वह हर कामकाजी महिला के लिए प्रेरणा हैं. दुनिया बेशक उन्हें एक गायिका के रूप में पहले जानती हो लेकिन वह खुद को एक समर्पित मां मानती हैं. वो मां, जिसके लिए उसके बच्चे दुनिया की हर खुशी से पहले आते हैं.

मां ने माफ करना सिखाया

अनुराधा कहती हैं, बेटी के साथ मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छी है. हम साथ में गाते हैं. मेरी मां के साथ मेरा रिश्ता बहुत अच्छा था. वह बहुत सकारात्मक थीं. उन्होंने हमें सिखाया कि आत्म निर्भर कैसे बनना है. खासकर लड़कियों को. हमने कभी उनके मुंह से किसी के बारे में बुरा बोलते हुए नहीं सुना. किसी ने कुछ गलत किया तो उन्होंने हमें लोगों को माफ करना सिखाया.

मां चाहती थीं मैं गाना गाऊं

अनुराधा पौडवाल अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मां को देते हुए कहती हैं, मैं आज जो कुछ भी हूं मेरी मां का सपना था. वह चाहती थीं मैं हमेशा आगे बढ़ना सीखूं... गाना उन्हें बहुत पसंद था. उन्हें लगता था कि मुझे गाना चाहिए. उनकी वजह से मैं गायिकी में आई. अपने पैरों पर कैसे खड़ा होना है ये मैंने अपनी मां से सीखा. वो हमेशा समय से आगे की सोचती थीं.

मेरे लिए मेरे बच्चे हमेशा पहले आते हैं

काम के साथ बच्चों को संभालने के सवाल पर अनुराधा कहती हैं, बच्चे हमेशा मेरी प्राथमिकता रहते हैं. मेरे बच्चे जब छोटे थे और मुझे काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ता तब उनकी देखभाल के लिए मेरे ससुराल वाले हमेशा रहते थे. हमने अपने बच्चों को कभी अकेला महसूस नहीं होने दिया.

मां की जगह कोई नहीं ले सकता

सिंगल मदर्स के लिए अनुराधा कहती हैं अगर किसी ने सिंगल मदर के रूप में अपने बच्चे की परवरिश के बारे में सोचा है तो उन्होंने भविष्य बारे में जरूर सोचा होगा. लोगों को समझना होगा कि मां एक ही होती है. मां की जगह दुनिया में कोई नहीं ले सकता. गैजेट्स तो बिल्कुल भी नहीं. जितना संभव हो मां के साथ वक्त गुजारें.

बेटी भी हैं जानी मानी गायिका

अनुराधा ने 'अभिमान' फिल्म में एक छोटा सा श्लोक गाकर अपने सिंगिग करियर की शुरुआत की थी. अनुराधा ने हिन्दी गानों और भजनों के अलावा पंजाबी, बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु, उड़िया और नेपाली भाषा में भी गाने गाए हैं.अनुराधा की शादी अरुण पौडवाल से हुई थी. लेकिन 1991 में अरुण पौडवाल की मौत हो गई. इसके बाद अनुराधा ने अकेले ही अपने बच्चों को मां और पिता दोनों का प्यार दिया. अनुराधा की बेटी कविता पौडवाल भी जानी मानी गायिका हैं और उन्होंने कई भजन गाए हैं. अनुराधा पौडवाल के बेटे आदित्य पौडवाल का 2020 में निधन हो गया था.