scorecardresearch

Prevention Tips For Gestational Diabetes: प्रेग्नेंसी में दीपिका कक्कड़ को हुआ गैस्टेशनल डायबिटीज, ये हैं कारण और बचाव के उपाय

गैस्टेशनल डायबिटीज पिछले महीनों में आपने जो खाया उसकी वजह से नहीं होता है. जैसे-जैसे बच्चा और प्लेसेंटा बढ़ता है, ये आपके शरीर में कई हार्मोन रिलीज करता है. ये हार्मोन इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बनते हैं और यही वजह है कि कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज डायग्नोस होता है.

dipika kakar dipika kakar
हाइलाइट्स
  • क्या है गैस्टेशनल डायबिटीज

  • कितना खतरनाक हो सकता है जेस्‍टेशनल डायबिटीज

एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ (Dipika Kakar) जल्द ही पहले बच्चे का वेलकम करने वाली हैं. इस बीच उन्होंने बताया है कि वे गैस्टेशनल डायबिटीज (Gestational Diabetes) से पीड़ित हैं. अपने हालिया व्लॉग में दीपिका ने इस बारे में बात की है. दीपिका अपनी प्रेग्नेंसी के थर्ड सेमेस्टर में हैं. 

क्या है गैस्टेशनल डायबिटीज

Gestational Diabetes ऐसे तरह का डायबिटीज है जोकि प्रेग्नेंसी के 24-28 हफ्ते में होता है. ये उन महिलाओं को भी हो सकता है जो डायबिटीक नहीं रही हैं. अगर किसी महिला में गैस्टेशनल डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो यह टेस्ट पहले भी करवाया जा सकता है.

क्यों होता है Gestational Diabetes

गैस्टेशनल डायबिटीज पिछले महीनों में आपने जो खाया उसकी वजह से नहीं होता है. जैसे-जैसे बच्चा और प्लेसेंटा बढ़ता है, ये आपके शरीर में कई हार्मोन रिलीज करता है. ये हार्मोन इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बनते हैं और यही वजह है कि कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज डायग्नोस होता है. आसान भाषा में समझें तो Gestational Diabetes तब होता है जब आपका शरीर गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है. हालांकि इसमें कोई घबराने वाली बात नहीं है.

गैस्‍टेशनल डायबिटीज के लक्षण

  • बार बार पेशाब करना

  • बार बार प्यास लगना

  • भूख अधिक लगना

  • जी मिचलाना

किन महिलाओं को इसका खतरा ज्यादा

  • फिजिकल एक्टिविटी न करना

  • अनियंत्रित वजन

  • हाई ब्लड प्रेशर वाली महिलाएं

  • जेनेटिक

कैसे करें इसे कंट्रोल
आप इसे खानपान के जरिए कंट्रोल कर सकते हैं. Gestational Diabetes से पीड़ित महिलाओं को चावल, चीनी, मिठाई, खजूर, बेकरी फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए. एक्सरसाइज बहुत जरूरी है. इसे कंट्रोल करने का सबसे बेहतर तरीका है सुबह-शाम वॉक करना. जेस्टेशनल डायबिटीज में प्रेग्नेंट औरत का हाई ब्लड शुगर हो जाता है. जिसकी देखभाल करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि इसका असर पेट में पल रहे बच्चे पर भी पड़ सकता है.