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Sanjay Dutt: हीरो से लेकर विलेन तक... हर किरदार में जान डाल देते हैं संजय दत्त, दिलचस्प है लव लाइफ, जानें इस महान एक्टर से जुड़ी अनसुनी बातें

Happy Birthday Sanjay Dutt: संजय दत्त की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. कभी विवादों में पड़े तो कभी अपनी लव लाइफ को लेकर चर्चा में रहे. आइए आज आज संजू बाबा के जन्मदिन पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचल्प बातों के बारें में जानते हैं.

संजय दत्त (फाइल फोटो) संजय दत्त (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को हुआ था 

  • पहली फिल्म रॉकी रही थी सुपरहिट

बॉलीवुड के एक्टर संजय दत्त हीरो से लेकर विलेन तक के हर किरदार में अपने अभिनय के बल पर जान डाल देते हैं. उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. वह दोस्तों के दोस्त और यारों के यार हैं. इस महान अभिनेता का जन्म आज ही के दिन 29 जुलाई 1959 सुनील दत्त और नरगिस दत्त के घर हुआ था. आइए आज इस महान एक्टर से जुड़ी अनसुनी बातें जानते हैं.

लग गई थी ड्रग्स की लत 
संजय दत्त बचपन से ही अपने परिवार के लाडले थे. संजय दत्त की पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल स्कूल से  हुई. इसके बाद बेटे को बिगड़ता देख नरगिस ने उन्हें बोर्डिंग स्कूल भेज दिया. 18 साल के संजय दत्त जब बोर्डिंग स्कूल से वापस लौटे तो उनका एडमिशन एल्फिंस्टन कॉलेज में कराया गया. इसी दौरान उन्हें ड्रग्स की लत लग गई. उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव तब आया था जब उन्होंने अपनी मां नर्गिस को हमेशा के लिए खो दिया था. मां की मौत से पहले ड्रग्स के नशे में डूबे रहने वाले संजय उस वक्त सुर्खियों में आ गए, जब उनका मुंबई सीरियल बम धमाकों से जुड़ा. उस वक्त हुए दंगों के दौरान उन पर अवैध हथियार गैर-कानूनी ढंग से अपने घर में रखने का आरोप लगा. इसकी वजह से उनको जेल भी जाना पड़ा.

चाइल्ड एक्टर से की थी करियर की शुरुआत
संजय दत्त ने साल 1972 में चाइल्ड एक्टर के रूप में फिल्म 'रेशमा और शेरा' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. 1981 में रिलीज हुई रॉकी उनकी डेब्यू फिल्म थी. इसी दौरान संजय दत्त की मां को कैंसर हो गया और 3 मई 1981 को यानी रॉकी के प्रीमियर से चार दिन पहले नरगिस ने दुनिया को अलविदा कह दिया. यह फिल्म सुपरहिट रही थी. इसमें संजय के अपोजिट टीना मुनीम को कास्ट किया गया था. इसी दौरान दोनों का अफेयर शुरू हो गया. नरगिस के गुजरने के बाद संजय दत्त ड्रग्स के और करीब आ गए और फिर संजय दत्त की नशे की आदत से परेशान होकर टीना मुनीम ने उनसे दूरी बना ली.

फिल्म खलनायक रही सुपरहिट 
1984 की शुरुआत में सुनील दत्त संजय को ड्रग्स की लत छुड़वाने के लिए अमेरिक ले गए. संजय दत्त इलाज के बाद लौटे तो 'जान की बाजी' फिल्म में उन्हें कास्ट किया गया. इसके बाद महेश भट्ट की फिल्म 'नाम' ने संजय दत्त को इंडस्ट्री में एक बार फिर स्थापित किया. लेकिन साल 1993 में रिलीज हुई फिल्म 'खलनायक' सुपरहिट रही और यही वो समय था जब संजय दत्त बॉलीवुड के सुपरस्टार बन गए. इसके बाद साल 2003 में आई फिल्म 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले थे. इस फिल्म से संजू को एक नई छवि भी मिली थी. 

संजय दत्त का करियर
संजय दत्त की विवादास्पद जिंदगी में तमाम उतार-चढ़ाव के बीच उनका फिल्मी करियर अपनी गति से आगे बढ़ता रहा. उन्होंने कभी अपने काम से समझौता नहीं किया. अभिनय तो इतना शानदार है कि हीरो से लेकर विलेन तक, हर किरदार में ऐसे उतरते हैं कि हरतरफ छा जाते हैं. चाहे फिल्म मुन्नाभाई एमबीबीएस का मुन्ना हो या खलनायक का बल्लू डाकू, हर रोल में लोगों ने उनको बहुत पसंद किया है. यही वजह है कि इतने विवादों के बावजूद उनके फिल्मी करियर पर कभी इसका नकारात्मक असर नहीं पड़ा है. अपने फिल्मी करियर में संजय दत्त ने साजन (1991), यलगार (1991), गुमराह (1992), खलनायक (1993), दौड़ (1997), दुश्मन (1997), दाग : द फायर (1999), वास्तव (1999), जोड़ी नंबर वन (2001), कांटे (2002), मुन्नाभाई एमबीबीएस (2003), लगे रहो मुन्नाभाई (2006) जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है. 

इनके साथ अफेयर्स के रहे चर्चे
संजय ने एक बार खुद कहा था कि उनका रिश्ता करीब 308 लड़कियों के साथ रह चुका है. उन्होंने ने ये भी कबूल किया था कि कभी वो एक साथ एक ही वक्त में तीन रिलेशनशिप में थे लेकिन कभी भी पकड़े नहीं गए. हालांकि, संजय दत्त ने उन गर्लफ्रेंड्स के नाम का खुलासा नहीं किया. वैसे कभी एक दौर था जब उनके अफेयर्स की चर्चा आम थी जिसकी शुरुआत संजय और टीना मुनीम के अफेयर के साथ हुई थी. 

मान्यता की सादगी देख हुए थे इम्प्रेस
मान्यता ने संजय दत्त की जिंदगी को सही मायने में बदला है. मान्यता से पहले माधुरी दीक्षित, नादिया दुर्रानी, रेखा, टीना मुनीम, लीजा रे, रिया पिल्लई और रिचा शर्मा जैसी कई लड़कियां प्रेमिका या पत्नी के रूप में संजय के साथ आईं, लेकिन उसी तरह बाहर भी चली गईं. संजू की जिंदगी में असली ठहराव मान्यता के आने के बाद ही आया. कहा जाता है कि जब संजय दत, नादिया को डेट कर रहे थे, तभी उनकी मुलाकात जूनियर आर्टिस्ट मान्यता से हुई थी. वे मान्यता की नॉर्मल लाइफ को देखकर काफी इम्प्रेस हुए थे. मान्यता का सहज और विनम्र स्वभाव संजू को अपनी ओर अट्रैक्ट करने के लिए काफी था और इसी तरह धीरे-धीरे दोनों को एक-दूसरे से प्यार भी हो गया. 7 फरवरी 2008 को संजय दत्त और मान्यता ने शादी कर ली. इसके बाद उनको दो जुड़वा बच्चे भी हुए, जिनके नाम शाहरान और इकरा है.

लग्जरी लाइफ को लेकर भी रहते हैं चर्चा में 
संजय दत्त एक्टर होने के साथ-साथ प्रोड्यूसर भी हैं. उनका खुद का संजय दत्त प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से प्रोडक्शन भी है. संजय अपनी एक फिल्म में काम करने के लिए 6 से 8 करोड़ रुपए की फीस लेते हैं. वह ब्रांड एंडोर्समेंट से करोड़ों रुपए की कमाई करते हैं. संजय दत्त की नेटवर्थ की बात करें तो उनकी 137 करोड़ से भी ज्यादा नेटवर्थ है. संजय अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी लग्जरी लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं. संजय के पास नरगिस दत्त रोड़ पाली हिल्स में एक आलीशान बंगला भी है. इसे उन्होंने साल 2009 में खरीदा था. इस घर की कीमत 40 करोड़ रुपए के आसपास है.

महंगी गाड़ियों का है शौक
संजय दत्त लग्जरी घर के साथ-साथ लग्जरी गाड़ियों को भी शौक रखते हैं. संजय के पास 10 से भी ज्यादा गाड़ियां हैं. संजय दत्त भारत की उन चुनिंदा हस्तियों में से एक हैं जो फेरारा 599 जीटीबी के मालिक हैं. फरारी 599 जीटीबी की एक्स शोरूम कीमत 1.5 करोड़ से 3.5 करोड़ रुपए के बीच है. इसके अलावा उनके पास रॉयल घोस्ट, बेंटेल, लैंड क्रूजर, मर्सिडीज, पोर्शे हार्ले और डुकाटी जैसी महंगी गाड़ियां हैं. इन सभी गाड़ियों की कीमत करोड़ों में है.