शायद ही कोई होगा जिसने दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे फिल्म न देखी हो. बल्कि बहुत से लोग आपको ऐसे मिल जाएंगे जिन्होंने फिल्म के कई शो देखे होंगे और आज भी देख सकते हैं. जी हां, DDLJ फिल्म का चार्म ही कुछ ऐसा था कि आज भी बना हुआ है. इस फिल्म ने शाहरुख खान बतौर रोमांटिक एक्टर स्थापित किया.
लेकिन क्या आपको पता है कि हम सबके फेवरेट शाहरुख खान कभी इस फिल्म को करना ही नहीं चाहते थे. दरअसल, नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री द रोमैंटिक्स में, आदित्य ने खुलासा किया कि शाहरुख खान DDLJ फिल्म करने में काफी झिझक रहे थे क्योंकि वह एक एक्शन हीरो बनना चाहते थे.
आदित्य के साथ एक्शन फिल्म करने की थी चाह
शाहरुख खान ने भी इस डॉक्यूमेंट्री में जिक्र किया कि वह आदित्य से एक एक्शन फिल्म की पेशकश की उम्मीद कर रहे थे. क्योंकि इससे पहले उन्होंने यश चोपड़ा के साथ डर फिल्म की थी. डर में आदित्य एक असिस्टेंट डायरेक्टर थे. इस फिल्म से शाहरुख और आदित्य की बॉन्डिंग अच्छी हो गई थी.
इस फिल्म के दौरान ही उन्होंने तय किया था कि आगे चलकर वे दोनों साथ में जरूर काम करेंगे. हालांकि, जब आदित्य ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू करने का फैसला किया तो उन्होंने अपनी पहली फिल्म, DDLJ में शाहरुख को लीड रोल ऑफर किया. यह एक रोमांटिक फिल्म थी और शाहरुख को उम्मीद थी कि आदित्य उन्हें एक्शन फिल्म ऑफर करेंगे.
शाहरुख को लगा कि आदित्य ने उन्हें "बेवकूफ" बनाया और उसे बिना जाने ही रोमांटिक हीरो में बदल दिया है. लेकिन आदित्य का कहना था कि शाहरुख खान को सिर्फ एक्शन फिल्मों से नहीं चिपकना चाहिए क्योंकि उनका मानना था कि शाहरुख की आंखों में "कुछ ऐसा है जिसे एक्शन पर बर्बाद नहीं किया जा सकता है."
कई महीने बाद की थी शाहरुख ने हां
कई महीनों तक, शाहरुख ने फिल्म के लिए हामी नहीं भरी, जबकि आदित्य हर बार उनके सेट पर जाते रहे. आदित्य ने डॉक्यूमेंट्री में बताया कि शाहरुख उनसे न कहने में हिचक रहे थे और उनकी परेशानी समझकर आदित्य ने भी सोचा कि कोई और एक्टर तलाशे क्या. लेकिन फिर एक घटना ने सब कुछ बदल दिया.
दरअसल, आदित्य एक बार शाहरुख से त्रिमूर्ति फिल्म के सेट पर मिलने गए. वहां एक 80 वर्षीय महिला शाहरुख के पास आई और उनके काम की प्रशंसा की. लेकिन उस महिला ने कहा कि बेटा, तुम हर फिल्म में लड़ते रहते हो और आखिर में मर जाते हो. इसके पंद्रह मिनट बाद, शाहरुख और आदित्य ने बात की, जहां आदि ने उनसे कहा, "मुझे लगता है कि आप झिझक रहे हैं और आप मुझे ना नहीं कह पा रहे हैं."
उन्होंने शाहरुख खान को सलाह दी कि कभी भी रोमांटिक फिल्म करने के लिए अपने दरवाजे बंद मत करना, क्योंकि इस देश में एक सुपरस्टार वही होगा जो हर मां का बेटा, हर बहन का भाई, हर कॉलेज की लड़की की फैंटेसी होगा. यह बात शाहरुख के मन में घर कर गई और अगली मुलाकात में शाहरुख ने फिल्म के लिए हां कह दी.