मनोरंजन प्रेमियों के लिए जनवरी बड़ा ही पावर-पैक्ड महीना था, इस लिहाज से फरवरी भी अपनी शुरुआत से भरपूर मनोरंजन का वादा कर रहा है. हो भी क्यों न, नई साइंस फिक्शन वेब सीरीज डिटेक्टिव बुमराह अब एमएक्स प्लेयर पर रिलीज हो गई है, जिसे भारतीय सिनेमा के पटल पर जासूसी किरदार को साइंस-फिक्शन की अनूठी शैली से जीवंत करने के लिए काफी पसंद किया जा रहा है. यह तो सबको पता है कि रेडियो एवं अन्य ऑडिबल फॉर्मेट पर डिटेक्टिव बुमराह बहुत पहले से काफी लोकप्रिय है और अब इस रिलीज के साथ ही बुमराह का ओटीटी डेब्यू भी हो गया है.
तीन एपिसोड वाले पहले सीजन में डिटेक्टिव बुमराह और उनके साथी सैम राजस्थान में रोपम हवेली जाकर एक ऐसे व्यक्ति के मामले की जांच करते हैं, जो एक बंद कमरे में रहस्यमय तरीके से मिलता है और फिर छत से कूदकर गायब हो जाता है. इस केस को सुझलाने के लिए बुमराह अपने पार्टनर सैम के साथ उस हवेलीनुमा हेरिटेज होटल में जाते हैं और गायब हुए रहस्यमयी आदमी के बारे में सारी जानकारी जुटाते हैं. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, रहस्य बढ़ता जाता है.
पहले सितार वाली लड़की, फिर तहखाने की अजीब सी आवाज, रानी सा से मुलाकात और बुमराह पर हमला, ये सब मिलकर जासूस जोड़ी को चौंका देती है. इसका पता लगाने के लिए, खासकर अपने ऊपर हुए हमले के बाद बुमराह और सैम होटल के शेफ एवं रखरखाव कर्मचारी अम्तिम को बुलाते हैं और अपनी शैली में सवाल-जवाब करते हैं. इस मुठभेड़ के बाद उस मिसिंग मैन की जांच की पूरी दिशा ही बदल जाती है.
यह वेब सीरीज दर्शकों को एक काल्पनिक जासूसी किरदार से रू-ब-रू कराती है, जो दिखावे या बने-बनाए ढर्रे से बंधा नहीं है. केस को सुलझाने में बुमराह का यह विशिष्ट गुण दिखता है. ये विलक्षण गुण उन्हें पैरा-नॉर्मल एवं सुपरनेचुरल चीजों से मुकाबला करने में सक्षम बनाते हैं. इस दुर्लभ शैली के अलावे इस सीरीज में जासूस बुमराह के दर्शक समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक विरासत की विविधता से भी रू-ब-रू होते हैं.
सीरीज का निर्देशन डिटेक्टिव बुमराह का किरदार निभा रहे सुधांशु राय ने किया है, इसका निर्माण सेंट्स आर्ट ने किया है. सीरीज के कलाकारों में राघव झिंगरान, मनीषा शर्मा, शोभित सुजय, अभिषेक सोनपालिया, प्रियंका सरकार एवं गरिमा राय हैं. सुधांशु ने इससे पहले हॉरर कॉमेडी चायपत्ती का निर्देशन किया था, जो एमएक्स प्लेयर पर पहले ही आ चुकी है.