राजस्थान की रहने वाली नंदिनी गुप्ता ने फेमिना मिस इंडिया 2023 का क्रॉउन अपने नाम दर्ज करवा लिया है. यह खूबसूरती प्रतियोगिता का 59वां संस्करण था जिसका आयोजन मणिपुर के खूबसूरत शहर इंफाल में किया गया था. पहली रनर-अप दिल्ली से श्रेया पूंजा थीं और दूसरी रनर-अप मणिपुर से थौनाओजम स्ट्रेला लुवंग थीं. इस इवेंट में अनन्या पांडे से लेकर कार्तिक आर्यन, अनन्या पांडे और नेहा धूपिया जैसे बॉलीवुड स्टार्स शामिल हुए. इस प्रतियोगिता में भले ही नंदिनी विनर रही हो लेकिन फेमिना का सफर और रनर अप की लिस्ट तक पहुंचना श्रेया और थौनाओजम के लिए भी चुनौतियों से कम नहीं था. आज हम बात करेंगे प्रतियोगिता की सेकेंड रनर-अप थौनाओजम स्ट्रेला लुवंग ( Strela Thounaojam Luwang) की.
क्या है लक्ष्य?
स्ट्रेला थुनाओजम लुवांग मणिपुर की रहने वाली हैं. उन्होंने इंटरनेशनल बिजनेस की पढ़ाई पूरी की है. एक ऐसा समय भी था जब स्ट्रेला मेंटल हेल्थ से लड़ रही थी. स्ट्रेला मिर्गी की बीमारी से पीड़ित थीं. इस बीमारी के कारण उन्हें कम उम्र से ही तमाम तरह की परेशानियां झेलनी पड़ी. लोग उन्हें चिढ़ाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते थे. परिणाम स्वरूप वो तनाव में रहने लगी थीं. हालांकि किसी तरह उन्होंने खुद को स्ट्रेस और एंग्जाइटी से बाहर निकाला और अब वो काफी आगे बढ़ चुकी हैं. स्ट्रेला इस मंच का प्रयोग सभी बच्चों के अनुकूल शिक्षा प्रणाली प्रदान करने की दिशा में काम करने के लिए करना चाहती है.
मेंटल हेल्थ से की लड़ाई
स्ट्रेला की जर्नी कई लोगों के लिए इसलिए भी प्रेरणा है क्योंकि मेंटल हेल्थ से लड़कर जिस तरह उन्होंने खुदको निखारा और इस मुकाम तक पहुंची वो वाकई काबिल-ए-तारीफ है. उन्होंने इंडिया टाइम्स के साथ बातचीत के दौरान खुद को एक 'सहानुभूतिपूर्ण, दयालु और गहन विचारक' के रूप में परिभाषित किया. उनके जीवन में सबसे प्रभावशाली व्यक्ति वेल्स की दिवंगत राजकुमारी डायना हैं और वह प्रियंका चोपड़ा को अपनी प्रेरणा मानती हैं. स्ट्रेला ने कहा कि प्रियंका की 'सभी वर्गों की महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रति करुणा और उत्साह' उन्हें प्रेरणा देता है.इस ब्यूटी पेजेंट प्रतियोगिता में कुल 30 कंटेस्टेंट शामिल हुए थे, जिनमें से ये तीन चुनकर आगे आईं.
ये भी पढ़ें: