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Chandu Champion: वॉर हीरो से पैरालंपिक गोल्ड तक... जानिए मुरलीकांत पेटकर की कहानी, लगी थीं 9 बुलेट, अब फिल्म में कार्तिक आर्यन निभाएंगे इनका किरदार

इन दिनों एक्शन का खुमार बॉलीवुड पर चढ़ा हुआ है. सनी देओल, शाहरुख खान के बाद अब कार्तिक आर्यन भी एक्शन करते हुए नजर आएंगे. दरअसल, कार्तिक आर्यन अब 'चंदू चैंपियन' बनने के लिए तैयार हैं. ये एक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है.

Kartik Aryan Chandu Champion first look Kartik Aryan Chandu Champion first look
हाइलाइट्स
  • दोस्त प्यार से बुलाते थे चंदू चैंपियन

  • 14 जुलाई को रिलीज होगी फिल्म

निदेशक कबीर खान बॉलीवुड स्टार कार्तिक आर्यन के साथ मिलकर फिल्म चंदू चैंपियन लाने वाले हैं. यह एक असाधारण रियल लाइफ स्पोर्ट्स ड्रामा होगी. कुछ समय पहले फिल्म से कार्तिक आर्यन का पहला लुक जारी हुआ था जिसने सभी का ध्यान खींचा था. चंदू चैंपियन के पोस्टर में कार्तिक छोटे बाल और ब्लेजर पहने हुए नजर आ रहे थे. इसी के साथ उनके चेहरे पर चोट के निशान थे और वो काफी गंभीर नजर आ रहे थे. 

बीच में खबर आई थी कि चंदू चैंपियन के लिए एक 8 मिनट सिंगल शॉट वॉर सीक्वेंस शूट किया गया है. इस सीक्वेंस की शूटिंग समुद्र तल से 9000 फीट की ऊंचाई पर हुई है और जो निश्चित रूप से एक सिनेमाई अनुभव साबित होगा. फिलहाल फैंस इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आइए अब जानते हैं उस किरदार के बारे में जिसे कार्तिक आर्यन प्ले कर रहे हैं. इस फिल्म को साजिद नाडियाडवाला प्रोड्यूस करेंगे और ये अगले साल 14 जुलाई को रिलीज होगी.

दोस्त प्यार से बुलाते थे चंदू चैंपियन
इस फिल्म की कहानी भारतीय सेना के जवान मुरलीकांत पेटकर की असल जिंदगी पर आधारित है. मुरलीकांत ने सन 1970 के कॉमनवेल्थ गेम्स और सन 1972 के जर्मन पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. साल 2016 में दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत को इस फिल्म के लिए अप्रोच किया गया था, लेकिन एमएस धोनी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त होने की वजह से वो इसे कर नहीं पाये थे. मुरलीकांत इंडियन आर्मी में इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर (EME)में क्राफ्ट्समैन रैंक के जवान रह चुके हैं. 

साल 1965 में इंडिया और पाकिस्तान के बीच हुई वॉर के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस वॉर में उन्होंने अपने दोनों पैर खो दिए थे. एक दिव्यांग होने के बावजूद मुरलीकांत ने जिंदगी से कभी हार नहीं मानी और तैराकी के साथ-साथ अन्य खेल भी खेलने लगे. मुरलीकांत पैरालंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय थे. उन्होंने सन 1972 के समर पैरालंपिक्स की तैराकी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था. उन्होंने 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्विमिंग इवेंट में 37.33 सेकंड में जीत हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया है. मुरली के दोस्त उन्हें प्यार से चंदू चैंपियन कहते थे. भारत सरकार ने साल 2018 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था.