सुर साम्राज्ञी और स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमें छोड़ गईं.बीते एक महीने जिंदगी और वक्त के साथ चल रहे उनका संघर्ष पर आज सुबह विराम लग गया..92 साल की लंबी जिंदगी में लता मंगेशकर की जिंदगी सिर्फ नगमों से ही नहीं बल्कि प्रेरणा से भरी रही है. लता मंगेशकर अपने आप में एक किरदार की तरह रहीं.जो आज उनके नगमों से बयां किए जा रहे हैं.जिंदगी की शुरूआत से लेकर अंत तक उन्होंने हार नहीं मानी.लता जी का सिर्फ शरीर गया है...उनकी आवाज...उनकी रूह उनके नगमों से महसूस की जाती रहेगी. देखें ये खास पेशकश.