देश में आज लाखों लोग ऐसे हैं जिन्होंने बड़े अरमानों से अपने और अपने परिवार के लिए एक घर का सपना देखा, इसके लिए उन्होंने पेट काट कर, अपनी जरूरतों पर कैंची चलाकर बड़े जतन से एक एक रुपए जोड़ा और बिल्डरों को सौंप दिया. बिल्डरों ने उन्हें जल्द ही अपने घर के मालिक होने का सपना दिखाया. लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हो गया कि उन्हें बिल्डरों ने ख्वाब की जगह सब्जबाग दिखाया था. ये केवल एक राज्य का मामला नहीं है. पूरे देश में इस तरह के हजारों केस चल रहे हैं और कोर्ट और बिल्डर के बीच पिस रहे ग्राहकों को मिल रही है तारीख पर तारीख. इस मुद्दे से जुड़े हम करेंगे 7 सवाल और जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे. देखिए.