असम के मोरीगांव में एक स्कूल को मिल्कमैन चलाते हैं. आप सोच रहे होंगे मिल्कमैन और स्कूल के बीच आखिर क्या रिश्ता है. दरसल सीताजाखला का स्कूल 2007 में ही सरकारी घोषित हो गया था. लेकिन 11वीं और बारहवीं की क्लास प्राइवेट तौर पर ही चलते रही. स्कूल फंड से जब क्लास चलाने की व्यवस्था में अड़चन आने लगी तो सीताजाखला के 600 किसानों के मिल्क कॉपरेटिव सोसाइटी ने बड़ा फैसला किया. किसानों ने तय किया कि हर लीटर दूध का पन्द्रह पैसा स्कूल को जाएगा. अभी हाल में कॉपरेटिव सोसाइटी ने स्कूल को एक लाख का चेक दिया है. देखिए ये रिपोर्ट.
The milkmen of Assam’s Morigaon have come together to fund a school. Around Six-hundred milkmen of Sitajakhala Milk Cooperative Society donate 15 paise of the price of milk per litre to Sitajakhala Higher Secondary School. Watch this report to know more.