कोरोना काल में जब शहरों में बच्चे ऑनलाइन और ऑफलाइन में उलझे थे तब गांव के बच्चों को पढ़ाई के प्रति आकर्षित करने के लिए एक शिक्षक ने नायाब तरीका खोज निकाला. मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर का तुमड़ा गांव महज एक गांव नहीं है बल्कि पूरी की पूरी पाठशाला है. यहां घर-घर की दीवार एक ब्लैकबोर्ड है और घर का हर सामान पढ़ाई का औजार है. गांव के हर बच्चे के घर को पाठशाला बना देने का श्रेय यहां के एकमात्र प्राइमरी स्कूल के शिक्षक हल्केवीर पटेल को जाता है. गांव के बड़े बुजुर्ग मास्टर साहब के इस काम से बेहद खुश हैं. देखिए ये रिपोर्ट.
During the COVID period, a primary teacher from Madhya Pradesh's Narsinghpur village turned the walls of the houses in his village into the blackboard. The teacher painted alphabets, numbers, and other basic lessons on the wall. Watch this report to know more.