अफगानिस्तान पर तालिबान की हुकूमत तो कायम हो चुकी है. शरियत के शूल से वहां की जनता पर पाबंदियां भी थोपी जा रही हैं. अच्छी खबर ये है कि काबुल यूनिवर्सिटी को छात्रों के लिए खोल दिया गया है. हालांकि यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाली महिला टीचर और छात्राओं को पूरी तरह से बुर्के से ढक दिया गया है. यही नहीं लड़कियों को शरीयत के मुताबिक चलने की शपथ भी दिलाई गई. लेकिन गनीमत है कि पहले की तरह तालिबान ने इस बार लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी नहीं लगाई है. देखें शुभ मंगल और सावधान, मिशा बाजवा चौधरी के साथ.
Afghan women wearing full-face veils sat in rows at a Kabul university lecture theatre Saturday, pledging commitment to the Taliban's hardline policies on gender segregation. Taliban in its second regime did not ban education, which is the only sign that may be considered the good news. Watch this program to know more information.