आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में सिम्हाद्री थर्मल स्टेशन के जलाशय पर 25 मेगावाट की सबसे बड़ी फ्लोटिंग सोलर पीवी परियोजना की शुरुआत की गई है. नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) लिमिटेड ने इस परियोजना को शुरू किया है.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)
पानी में बनाए गए इस तैरते हुए सोलर इंस्टॉलेशन को एंकरिंग डिजाइन में बनाया गया है और यह एक आरडब्ल्यू के पानी में करीब 75 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है. इस फ्लोटिंग सोलर परियोजना के जरिये 1 लाख से अधिक सोलर पीवी मॉड्यूल से बिजली पैदा करने की क्षमता है.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)
इससे न सिर्फ लगभग 7,000 घरों को रोशन करने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि इस परियोजना की पूरी समयावधि के दौरान हर साल कम से कम 46,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड को कम किया जाए.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)
बताया जा रहा है कि इस परियोजना से हर साल 1,3640 लाख लीटर पानी की बचत होने की भी उम्मीद है. इतना पानी 6,700 घरों की वार्षिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)
66900 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 29 नवीकरणीय परियोजनाओं सहित 71 पावर स्टेशन हैं. एनटीपीसी ने वर्ष 2032 तक 60 गीगावाट (जीडब्ल्यू) अक्षय ऊर्जा (आरई) क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)
एनटीपीसी समूह के पास 17 गीगावाट से अधिक ऊर्जा क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 5 गीगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं भी शामिल हैं. पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से सस्ती कीमतों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति एनटीपीसी की पहचान रही है.
(फोटो क्रेडिट- NTPC)