आस्था और भक्ति के महापर्व शारदीय नवरात्र का आज पहला दिन है. देश भर में मां दुर्गा के मंदिरों की सजावट की गई है. सुबह नवरात्र का पहला पूजन मंदिरों में किया गया. इसके साथ ही रामलीला, गरबा और दुर्गा पूजा की भी शुरुआत हो गई. वैष्णो देवी में माता का मंदिर जगमगा उठा है.अमरावती में माता का दरबार सजा हुआ है. नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. आज से अगले नौ दिनों तक माता के 9 रूपों की पूजा की जाएगी.
(Photo- PTI)
नवरात्रि पर मां दुर्गा का पृथ्वी पर आगमन होता है. वे यहां 9 दिन तक रहती हैं, हालांकि इस बार ये समय आठ दिन का ही है. मां दुर्गा इस बार डोली पर सवार होकर आ रही हैं और वे हाथी पर सवार होकर महानवमी पर प्रस्थान कर जाएंगी. मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान की सवारी लोगों के जीवन शुभ-अशुभ असर डालती है.
(Photo- PTI)
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि नवरात्रि का त्योहार सभी के जीवन में शक्ति, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लेकर आए. नवरात्रि के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने दो ट्वीट किए हैं. एक ट्वीट में उन्होंने अपनी पुरानी तस्वीर शेयर की है. इसे शेयर करते हुए लिखा, 'सभी को नवरात्रि की बधाई. आने वाले दिन जगत जननी मां की पूजा को समर्पित करने वाले हैं. नवरात्रि सभी के जीवन में शक्ति, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए.'
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Navratri greetings to everyone. The coming days are about devoting ourselves to the worship of Jagat Janani Maa. <br><br>May Navratri be the bringer of strength, good health and prosperity in everyone’s lives. <a href="https://t.co/f42HyGnUYM">pic.twitter.com/f42HyGnUYM</a></p>— Narendra Modi (@narendramodi) <a href="https://twitter.com/narendramodi/status/1445925962734968835?ref_src=twsrc%5Etfw">October 7, 2021</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
मान्यताओं के अनुसार, दुर्गा मां शेर के अलावा हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी में सवारी करती हैं. हर साल वे दो अलग-अलग वाहनों पर आती और जाती हैं, लेकिन जब भी वे आने और जाने के लिए एक विशेष सवारी चुनती हैं तो इसका अर्थ भी भिन्न निकलता है. यानी एक ही सवारी से उनका आगमन और प्रस्थान उथल-पुथल, प्राकृतिक आपदाओं, युद्धों और सामाजिक अशांति का संकेत देता है, जिससे मानव जाति में संकट पैदा हो सकता है. हालांकि इस साल देवी दुर्गा का आगमन डोली से हो रहा है और वे हाथी से प्रस्थान करेंगी.
(Photo- PTI)
गुजरात में इस साल नियमों के साथ नवरात्रि पर गरबा खेलने की इजाजत दी गई है, लिहाज़ा. गरबा प्रेमी पूरी खुशी और उत्साह के साथ गरबा की तैयारियों में जुट गए हैं. रंग-बिरंगी परंपरागत पोशाकों से लेकर, सजे-धजे डांडिया तक, हर तैयारी पूरे मन और लगन से की जा रही है. शहर के सबसे बड़े मार्केट में चनिया, चोली, केडिया खरीदने वालों का तांता लग गया है.
(Photo- PTI)
नवरात्रि के मौके पर देशभर में माता के मंदिर जगमगा उठे हैं. हालांकि, कोरोना के चलते कुछ सख्ती और पाबंदियां भी हैं. जैसे मुंबई में सार्वजनिक जगहों पर गरबा खेलने की इजाजत नहीं दी गई है. वहीं, गुजरात में गरबा खेलने की इजाजत तो है लेकिन कोविड वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी हैं. वैष्णो देवी में माता का मंदिर जगमगा उठा है. अमरावती में माता का दरबार सजा हुआ है. अयोध्या में रामलीला की शुरुआत हो गई है.
(Photo- PTI)
सरकार ने इस नवरात्रि पर गरबा के आयोजन की इजाजत तो दी है लेकिन साथ ही सख्त गाइडलाइंस भी जारी की हैं. जिसके मुताबिक सोसायटी में गरबा का सीमित स्तर पर आयोजन किया जा सकता है. एक आयोजन में अधिकतम 400 लोग ही शिरकत कर सकते हैं. वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को ही गरबा खेलने की अनुमति होगी. इसके साथ ही सभी को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा.
(Photo- PTI)
ये लगातार दूसरा साल है जब नवरात्रि का त्योहार कोरोना के साये में मनाया जा रहा है. बीएमसी ने मुंबई में कोरोना को ध्यान में रखते हुए एसओपी जारी की है. इसके मुताबिक, पंडाल में आरती के समय एक वक्त में 10 से ज्यादा लोगों को आने की इजाजत नहीं है. साथ ही सार्वजनिक जगहों पर गरबा के आयोजन पर भी रोक है. इसके अलावा मूर्ति की ऊंचाई भी पंडालों में 4 फीट और घर पर 2 फीट से ज्यादा नहीं होगी. वहीं, मूर्ति के विसर्जन के लिए बीएमसी व्यवस्था करेगी, वहीं पर विसर्जन किया जाएगा.
(Photo- ANI)