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Shramik Annapurna Yojana: 17 जिलों में 155 नए केंद्र, 5 रुपए में भरपेट भोजन... गुजरात में ऐसे चलाई जा रही श्रमिक अन्नपूर्णा योजना

धनतेरस के मौके पर गुजरात में श्रमिक अन्नपूर्णा योजना के तहत 17 जिलों में 155 नए केंद्र खोले गए. इस योजना के तहत गरीब क 5 रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. इस योजना से करीब 75 हजार श्रमिकों को फायदा होगा.

गुजरात में श्रमिक अन्नपूर्णा योजना के तहत 155 नए केंद्र खोले गए गुजरात में श्रमिक अन्नपूर्णा योजना के तहत 155 नए केंद्र खोले गए

गुजरात में श्रमिक अन्नपूर्णा योजना के तहत 17 जिलों में 155 नए केंद्रों की शुरुआत की गई. इस योजना में सिर्फ 5 रुपए में श्रमिकों को भरपेट भोजन मिलेगा. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अहमदाबाद स्थित वैष्णोदेवी सर्कल के पास कडियानाका में इसका उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने श्रमिकों को भोजन परोसा. सीएम ने मजदूरों के साथ बैठकर खाना भी खाया.

17 जिलों में 155 केंद्र की शुरुआत-
श्रमिक कल्याण बोर्ड की श्रमिक अन्नपूर्णा योजना के तहत 17 जिलों में 155 नए केंद्रों की शुरुआत की गई. इसमें अहमदाबाद, आणंद, बनासकांठा, भरूच, भावनगर, गांधीनगर, जामनगर, खेड़ा, मेहसाणा, मोरबी, नवसारी, पाटण, राजकोट, साबरकांठा, सूरत, वडोदरा और वलसाड जिलों में श्रमिक अन्नपूर्णा केंद्र खोले गए. इन स्थाई केंद्रों के अलावा उन निर्माण स्थलों पर भी डोर स्टेप डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जहां 50 से अधिक श्रमिक इस योजना से लाभान्वित होना चाहते हैं.

5 रुपए में मिलेगा भरपेट भोजन-
श्रमिक कल्याण बोर्ड की श्रमिक अन्नपूर्णा योजना मजदूरों को बहुत ही कम दर पर पौष्टिक भोजन देने का काम कर रही है. इस योजना के तहत 5 रुपए में भरपेट भोजन देने की व्यवस्था है. सीएम भूपेंद्र पटेल ने कहा कि कोरोना काल में कोई गरीब भूखा ना सोए, इसकी चिंता करते हुए पीएम ने सभी तक भोजन पहुंचाया था. स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की और कोरोना के बाद छोटे कारोबारियों, उद्ममियों को ऋण प्रदान करने की वित्तीय सहायता भी प्रदान की थी.

75 हजार श्रमिकों के मिलेगा फायदा-
गुजरात के अब तक 10 जिलों में 118 कड़ियानाकाओं पर श्रमिक भोजन वितरण केंद्र कार्यरत थे. श्रमिकों की तरफ से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद श्रमिक अन्नपूर्णा योजना का दायरा बढ़ाया गया और 155 नए केंद्र समेत अब कुल 273 कड़ियानाका से रजिस्टर्ड श्रमिक परिवारों को भोजन मिल पाएगा. जिसके माध्यम से राज्यभर के लगभग 75,000 श्रमिकों को लाभ होगा.
(अहमदाबाद से अतुल तिवारी की रिपोर्ट)

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