हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए हाल ही में चलाए जा रहे पर्वतारोहण अभियान में अंबाला की छात्रा ईशा ने कमाल कर दिखाया. ईशा उन 4 छात्रों में शामिल है, जिन्होंने युनम चोटी पर देश का झंडा फहराया. इसके लिए ईशा ने 6111 मीटर की चढ़ाई तय की. ईशा की इस उपलब्धि से शिक्षा विभाग और ईशा के माता-पिता काफी खुश हैं. बचपन मे एक हादसे के दौरान अपना एक हाथ गवां चुकी ईशा का कहना है कि वह अब एवरेस्ट चोटी पर चढ़ाई कर देश का नाम रोशन करना चाहती हैं.
चोटी पर पहुंचने वाले 4 प्रतिभागियों में से एक ईशा
हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा आजादी के 75वें साल के अमृत महोत्सव के रूप में मनाते हुए पर्वतारोहण अभियान की शुरूआत की गई. इस अभियान में 75 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था और हिमाचल प्रदेश की युनम चोटी पर 75 मीटर का झंडा फहराया गया था. इस कार्यक्रम में अंबाला के सरकारी स्कूल में 12वी कक्षा में पढ़ने वाली दिव्यांग छात्रा ईशा ने भी हिस्सा लिया. खास बात यह है कि 66 प्रतिभागी बच्चों में से, जो 4 बच्चे युनम चोटी पर पहुंचे उनमें से एक ईशा भी हैं. जिला परियोजना समन्वयक अधिकारी ने कहा, 'ईशा ने अंबाला का नाम रोशन किया है. इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों का हौंसला और विश्वास बढ़ता है.'
सरकार से मदद चाहती हैं ईशा
वहीं युनम चोटी फतेह करनी वाली छात्रा ईशा का कहना है कि वह इस अभियान का हिस्सा बनकर काफी खुश हैं. उन्हें चढ़ाई करते वक्त काफी मुश्किलें आईं, लेकिन उन्होंने हौंसले के साथ अपना लक्ष्य हासिल किया. अब एवरेस्ट चोटी पर चढ़ाई करना ईशा का सपना है. वह कहती हैं कि अगर सरकार उनकी मदद करेगी तो वह इसे भी जरूर पूरा करेंगी. वहीं ईशा की मां उनकी इस उपलब्धि से काफी खुश हैं. उनका कहना है कि हम चाहते हैं कि बेटी आगे चलकर देश का नाम रोशन करे. ईशा ने बचपन में एक हादसे के दौरान अपना हाथ खो दिया था. ईशा की मां कहती हैं कि उनकी बेटी पढ़ने में काफी होनहार है, लेकिन उनकी माली हालत ठीक नहीं है इसलिए सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए.
अंबाला से कमलप्रीत सभरवाल की रिपोर्ट