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कोरोना काल में ढूंढ निकाला गोलगप्पे खिलाने का अद्भुत तरीका, ऑटोमैटिक मशीन खिलाती है ग्राहकों को गोलगप्पा

दरअसल कृष्णा राव ने अपनी दुकान पर पानी पूरी खाने वालों को पानी देने के लिए एक ऑटोमैटिक मशीन लगा रखी है. इस मशीन के आगे पूरी करते ही इसमें अपने आप पानी भर जाता है, बिना किसी के हाथ लगाए.  

पानी पूरी खिलाने वाली ऑटोमैटिक मशीन पानी पूरी खिलाने वाली ऑटोमैटिक मशीन
हाइलाइट्स
  • कृष्णा राव ने आपदा को अवसर में बदल दिया

  • जुगाड़ से बनाई ऑटोमेटिक मशीन

कोरोना काल में बहुत कुछ बदल गया. लोगों का मिलने-मिलाने का तरीका बदल गया, खाने-खिलाने का ढंग बदल गया. फास्ट फूड प्रेमी अब साफ-सफाई का पहले से ज्यादा ध्यान रखने लगे. इस बीच रायपुर के एक दुकानदार ने गोलगप्पे प्रेमियों को गोलगप्पा खिलाने का अद्भुत तरीका ढूंढ निकाला.  


बिना हाथ लगाए पानी-पूरी खिलाने का जुगाड़-
 
छत्तीसगढ़ में रायपुर के तेलीबांधा के रहने वाले कृष्णा राव ने अपने ग्राहकों का दिल जीत लिया. कृष्णा ने अपने ग्राहकों को  गोलगप्पे खिलाने का गजब का जुगाड़ तैयार किया है. कृष्णा राव की दुकान पर हर स्वाद का पानी मिलता है और वो भी बिना हाथ लगाए डायरेक्ट गोलगप्पे में. दरअसल कृष्णा राव ने अपनी दुकान पर पानी पूरी खाने वालों को पानी देने के लिए एक ऑटोमैटिक मशीन लगा रखी है. इस मशीन के आगे पूरी करते ही इसमें अपने आप पानी भर जाता है, बिना किसी के हाथ लगाए.  
 

ग्राहकों ने की जमकर तारीफ-

रायपुर के लोगों ने कृष्णा राव की इस ऑटोमेटिक मशीन की काफी तारीफ की. जुगाड़ से क्या नहीं हो सकता, दुकानदारी बढ़ सकती है, ग्राहक बढ़ सकते हैं और कमाई बढ़ सकती है. रायपुर के कृष्णा राव इसकी मिसाल हैं.  गोलगप्पा बेचने का ऐसा जुगाड़ फिट किया है कि खुद भी खुश हैं और ग्राहक भी.   इस टच मी नॉट गोलगप्पे के लिए कृष्ण राव ने जिस आइडिया का इस्तेमाल किया उसमें पूंजी भी कम लगी और फायदा भी खूब हो रहा. ये जुगाड़ू ऑटोमेटिक मशीन सोशल मीडिया पर काफी बायरल हुई.  ग्राहक कहते हैं कृष्णा राव ने तो आपदा को अवसर में बदल दिया.    

 
कैसे आया इसका आइडिया?

रायपुर तेलीबांधा के रहने वाले कृष्णा राव ने बताया कि कोरोना के दौरान जब पब्लिक दुकान पर खाने नहीं आई तो उन्होंने दिमाग लगाया और सोचना शुरू किया कि क्या मशीन से ये काम किया जा सकता है. और इसी तरह कृष्णा राव ने ऑटोमैटिक मशीन तैयार कर दी.