गुजरात सरकार ने आदिवासी समाज के लिए बड़ी घोषणा की है. सरकार ने अयोध्या जाने वाले आदिवासी समाज के श्रद्धालुओं को पांच हजार रुपये देने का फैसला किया है. वहीं गुजरात सरकार के पर्यटन मंत्री का कहना है कि ये श्रद्धालु, रामायण में उल्लेखित शबरी के वंशज हैं. भगवान राम 14 साल के वनवास के दौरान शबरी माता से मिले थे. अब उनके वंशजों को अयोध्या तीर्थ यात्रा के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी.
आदिवासी समाज के श्रद्धालुओं को 5000 रुपये देगी सरकार
गुजरात के पर्यटन मंत्री पूर्णेश मोदी ने बताया कि गुजरात सरकार अयोध्या में राम जन्मभूमि की यात्रा करने वाले प्रत्येक आदिवासी व्यक्ति को 5 हजार रुपये की वित्तीय सहायता देने के एलान के बाद से राज्य में सिसायत तेज हो गई है. कांग्रेस के आदिवासी नेता तुषार चौधरी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों के लिए बीजेपी कुछ नहीं करती है, इसलिए चुनाव से पहले इस तरह के वादे किए जा रहे हैं.
राज्य सरकार के फैसले पर सियासत हुई तेज
राज्य में कुल 19 फीसदी आदिवासी हैं और दोनों पार्टियों की नजर इनपर रहती है. इसलिए भूपेंद्र पटेल मंत्रिमंडल में 24 में 4 आदिवासी मंत्रियों को जगह दी गई है. हालांकि आदिवासी वोट बैंक पर कांग्रेस की अच्छी खासी पकड़ है. अब बीजेपी की नजर इसी वोट बैंक पर है.
कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना
विजय रुपानी सरकार के इस्तीफे के बाद बीजेपी ने जो सरकार बनाई है उसमें भी आदिवासी समुदाय का खास ध्यान रखा गया है. इस समय भूपेंद्र पटेल मंत्रीमंडल में चार आदिवासी मंत्री है. आदिवासी वोटों को लेकर माना जाता रहा है उसपर कांग्रेस की पकड़ मजबूत है. इसलिए बीजेपी इस बार कांग्रेस के इस कोर वोट बैंक को तोड़ने की कोशिशों में लगी हुई है.