मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गोलगप्पे बेचने वाले एक शख्स ने अपनी बेटी के पहले जन्मदिन पर एक लाख गोलगप्पे मुफ्त खिलाए. आपको बता दें कि पिछले साल बेटी होने की खुशी में इसी शख्स ने मुफ्त में 50 हजार गोलगप्पे खिलाए थे. अब उसकी बेटी एक साल की हो गई है और इसी खुशी में उसने एक लाख गोल्गप्पे खिलाए.
पेश की मिसाल
दरअसल, अंचल गुप्ता नाम का यह शख्स भोपाल के कोलार इलाके में गोलगप्पे बेचता है. बुधवार को अंचल गुप्ता की बेटी अनोखी एक साल की हो गई. अपनी बेटी के पहले जन्मदिन की खुशी सबके साथ साझा करने और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के मकसद से अंचल ने एक लाख एक हज़ार गोलगप्पे मुफ्त खिलाए. स्थानीय लोगों के अलावा कोलार मेन रोड से गुजरने वाले लोगों ने भी मुफ्त के गोलगप्पे का लुत्फ उठाया और जब उन्हें इसके पीछे का मकसद मालूम हुआ तो बेटी अनोखी को ढेर सारा आशीर्वाद भी दिया.
बोझ नहीं है बेटियां
कोलार के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा को जब इसके बारे में पता चला तो वह भी गोलगप्पे के स्टॉल पर पहुंचे और अंचल की बेटी को आशीर्वाद दिया. यही नहीं, विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी इस दौरान लोगों को अपने हाथों से गोलगप्पे खिलाए. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस पहल के बाद अंचल की बेटी को जन्मदिन की बधाई देते हुए आशीर्वाद दिया.अंचल गुप्ता कहते हैं कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं और घर में समृद्धि लाती हैं. बेटी पूरे वंश को चलाती है. यही वजह है कि अब समाज में लोगों की मानसिकता पूरी तरह से बदल गई है. बेटियां बोझ नहीं होती.
(भोपाल से रवीश की रिपोर्ट)