सरकार ने नेचुरल गैस की कीमत तय करने के लिए नए तरीके को मंजूरी दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि एपीएम गैस के रूप में जानी जाने वाली पारंपरिक या पुराने क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस को अब अमेरिका, कनाडा और रूस जैसे देशों की तरह कच्चे तेल की कीमतों से जोड़ा जाएगा. इससे पहले इसकी कीमत का निर्माण गैस कीमतों के आधार पर होता था.
PNG-CNG सस्ते होंगे-
इस नए फॉर्मूले के लागू होने से पीएनजी और सीएनजी की कीमतों में कमी आएगी. ऑयल सेक्रेटरी पंकज जैन ने कहा कि इस नए फैसले के लागू होने से देश में पीएनजी की कीमतें 10 फीसदी सस्ती हो जाएंगी और सीएनजी की कीमतें 6 फीसदी से 9 फीसदी तक कम हो जाएंगी. सरकार इस बदलाव के लिए शुक्रवार को अधिसूचना जारी करेगी और शनिवार से ये फैसला देशभर में लागू हो जाएगा.
सरकार ने कहा कि नए फॉर्मूले के तहत अब घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमत अब भारतीय क्रूड बास्केट के वैश्विक दाम के मंथली एवरेज का 10 फीसदी होगी. इसे मंथली आधार पर अधिसूचित किया जाएगा. अब तक साल में दो बार इसकी समीक्षा होती थी. आपको बता दें कि सरकार ने नए फॉर्मूले को तय करने के लिए किरीट पारिख की अध्यक्षता में अक्टूबर 2022 में कमेटी बनाई थी.
पीएनजी की हिस्सेदारी 15 फीसदी करने का टारगेट-
सरकार ने जारी बयान में कहा कि भारत साल 2030 तक प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने का टारगेट रखा है. सुधारों से नेचुरल गैस की खपत का विस्तार करने में मदद मिलेगी और उत्सर्जन में कमी और शुद्ध शून्य के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी.
शहर |
सीएनजी का मौजूदा रेट (रुपए/किग्रा) |
सीएनजी का संभावित रेट (रुपए/किग्रा) |
बदलाव | पीएनजी का मौजूदा रेट (रुपए/किग्रा) | पीएनजी का संभावित रेट (रुपए/किग्रा) | बदलाव |
पुणे | 92 | 87 | 5 | 57 | 52 | 5 |
सिंधुदुर्ग | 95.9 | 89.9 | 6 | 55 | 50 | 5 |
मुंबई | 87 | 79 | 8 | 54 | 49 | 5 |
दिल्ली | 79.56 | 73.59 | 6 | 53.59 | 47.59 | 6 |
बेंगलुरु | 89.5 | 83.5 | 6 | 58.5 | 52 | 6.5 |
मेरठ | 91 | 83 | 8 | 58.5 | 52 | 6.5 |
बोकारो | 93.98 | 86.98 | 7 | - | - | - |
आम लोगों के हित में फैसला- हरदीप पुरी
ऑयल मिनिस्टर हरदीप पुरी ने ट्वीट करके कहा कि इससे उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा होगी. उन्होंने कहा कि भारत में गैस की कीमतों पर इंटरेशनल गैस की कीमतों में बढ़ोतरी का प्रभाव कम करके कस्टमर्स को फायदा पहुंचाने के लिए पीएम मोदी की अगुवाई में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने संशोधित गैस मूल्य निर्धारण के लिए नए तरीकों को मंजूरी दी है.
अभी कैसे तय होती है कीमत-
नए फॉर्मूल के लागू होने के बाद कीमतों में बदलाव होगा और लोगों को इसका फायदा होगा. लेकिन अभी तक देश में घरेलू नेचुरल गैस की कीमत दुनिया के चार बड़े गैस ट्रेडिंग हब हेनरी हब, अलबेना, नेशनल बैलेसिंग प्वाइंटर और रूसी गैस की कीमत के आधार पर तय होती थी. इसके लिए चारों गैस ट्रेडिंग हब के पिछले एक साल की कीमत का एवरेज निकाला जाता है और इसे 3 महीने के अंतराल में लागू किया जाता है. लेकिन अब नए फॉर्मूले से गैस की कीमत इंडियन क्रूड बास्केट की एक महीने की कीमत को आधार बनाया जाएगा.
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