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सामूहिक विवाह में वर्चुअली शामिल होंगे सीएम योगी आदित्यनाथ, 2100 जोड़ों को देंगे आशीर्वाद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर यानी की सोमवार को गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर पार्क में श्रम विभाग के द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में वर्चुअली शामिल होंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री करीब 2100 जोड़ों की शादी में शामिल होकर नवविवाहित जोड़ों को अपना आशीर्वाद देंगे.

सीएम योगी आदित्यनाथ सीएम योगी आदित्यनाथ
हाइलाइट्स
  • हापुड़ से 400 जोड़े होंगे शामिल

  • हिंदू व मुस्लिम रीती-रिवाजों से होंगी शादियां

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 नवंबर यानी की सोमवार को गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर पार्क में श्रम विभाग के द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में वर्चुअली शामिल होंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री करीब 2100 जोड़ों की शादी में शामिल होकर नवविवाहित जोड़ों को अपना आशीर्वाद देंगे.

बताया जा रहा है कि श्रम विभाग द्वारा प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है. जिसके तहत गाज़ियाबाद में 15 नवंबर को 2100 से ज्यादा जोड़े सात फेरे लेकर शादी के अटूट बंधन में बंध जाएंगे.

हिंदू व मुस्लिम रीती-रिवाजों से होंगी शादियां: 

इस कार्यक्रम में निर्माण श्रमिकों की बेटियों का विवाह कराया जा रहा है. इन कुछ 2100 जोड़ों में 400 मुस्लिम जोड़े भी हैं. इनका विवाह मुस्लिम रीती-रिवाज द्वारा किया जाएगा. और अन्य जोड़ों को हिन्दू रीती-रिवाज़ से शादी के बंधन में बाँधा जाएगा. इन जोड़ों में 800 जोड़े हापुड़ से भी सम्मिलित हो रहे हैं.

सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी करने वाले सभी जोड़ों को सरकार द्वारा घर-गृहस्थी का जरुरी सामान भी दिया जाएगा. इसके अलावा, सामूहिक विवाह में आने वाले मेहमानों के लिए भोजन की की व्यवस्था भी की गई है. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि एक जोड़े के साथ कितने मेहमान आ सकते हैं.

जोड़ों को आशीर्वाद देंगे सीएम योगी: 

बताया जा रहा है कि इस बड़े आयोजन में ऑनलाइन तरीके से शामिल होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी जोड़ों को अपना आशीर्वाद देंगे. कार्यक्रम स्थल पर गणमान्य लोगों के बैठने के लिए करीब 8 फुट ऊंचा और 60 फुट लंबा मंच तैयार किया गया है और बारिश से बचाव के लिए वाटर प्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई है. 

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि समाज से दहेज़ रूपी कुप्रथा को खत्म करने के लिए और शादियों में होने वाले अनावश्यक खर्च को रोकने की दिशा में यह बहुत ही अच्छी पहल है. और राज्य के मुख्यमंत्री का इस पहल में शामिल होना पूरे समाज के लिए एक सकारात्मक सन्देश है. उम्मीद है कि आने वाले समय भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहें.