कोरोना वायरस की तीसरी लहर के बीच सितंबर का महीना दिल्ली वालों के लिए काफी सुकुन भरा रहा. न सिर्फ नए मरीजों की संख्या, बल्कि मौत की संख्या भी मार्च 2020 के बाद सबसे कम रही. ऐसा बताया जा रहा है कि जब कोरोना की शुरुआत हुई थी उसके बाद से सबसे कम मौतें सितंबर में हुईं हैं. जो एक बड़ी राहत की बात है. दिल्ली में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से चल रहा है.
बता दें, पिछले साल मार्च में 2 मौतें हुई थीं और इस साल सितंबर में सिर्फ 5 मौतें हुईं हैं. यही नहीं, पूरे महीने सिर्फ 1,104 मरीज की पुष्टि हुई. महीने भर का औसत संक्रमण रेट 0.05 पर्सेंट दर्ज हुआ. हालांकि, अगस्त से ही दिल्ली में कोविड के हालात नियंत्रण की तरफ बढ़ने लगा था.
सितंबर के 26 दिन कोरोना की वजह से किसी की जान नहीं गई
दिल्ली में इस सीजन में कोविड की वजह से मौत नहीं होने की अच्छी खबर की शुरुआत जुलाई से हुई थी. दूसरी वेब की पीक के बाद पहली बार 18 जुलाई कोविड की वजह से एक भी मौत नहीं हुई थी. इसके बाद 24 और 29 जुलाई को भी जीरो डेथ दर्ज हुईं. उस महीने 3 बार कोई मौत नहीं हुई. अगस्त में 17 दिन ऐसा हुआ, जब किसी की मौत कोविड से नहीं हुई.
दिल्ली में वैक्सीनेशन प्रोग्राम तेजी से चल रहा है
दिल्ली में वैक्सीनेशन प्रोग्राम तेजी से चल रहा है. गुरुवार को शाम तक 1,68,293 डोज दी गई थी. वहीं, बुधवार को 1,52,228 डोज दी गई थी. इसमें से 71,255 को पहली डोज लगी थी और 80,973 को दूसरी डोज लगी थी. रिपोर्ट के अनुसार, अभी दिल्ली में तीन दिन के वैक्सीनेशन का स्टॉक उपलब्ध है.
त्योहार समारोहों में प्रतिबंधों के साथ अनुमति दी जाएगी
दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि रामलीला और अन्य त्योहार समारोहों को भी प्रतिबंधों के साथ अनुमति दी जाएगी. बैठक में यह माना गया कि कोरोना संक्रमण की स्थिति अभी नियंत्रण में है मगर इसमें अभी ढील नहीं दी जा सकती. खासतौर पर आगामी त्योहार के सीज़न में कोरोना संक्रमण को बढ़ने का मौका नहीं दिया जा सकता. बैठक में फैसला लिया गया कि त्योहारी सीजन के बाद बाकी की कक्षाएं खोली जाएंगी.