scorecardresearch

डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को मिला अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार

अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम की ओर से दिया जाता है.

डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स (क्रिएटिव इमेज) डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स (क्रिएटिव इमेज)
हाइलाइट्स
  • अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार का हुआ ऐलान

  • रॉयल स्वीडिश एकेडमी देती है ये पुरस्कार

अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए 2021 के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नामों का ऐलान सोमवार को किया गया. डेविड कार्ड, जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स ने अर्थशास्त्र में 2021 का नोबेल पुरस्कार जीता है.

 नोबेल समिति ने डेविड कार्ड को श्रम अर्थशास्त्र में उनके अनुभवजन्य योगदान के लिए पुरस्कार का आधा हिस्सा दिया और दूसरा हिस्सा संयुक्त रूप से जोशुआ डी एंग्रिस्ट और गुइडो डब्ल्यू इम्बेन्स को दिया. दोनों ने अर्थशास्त्र में कैजुअल रिलेशनशिप्स की स्टडी के लिए मेथेडोलॉजिकल कंट्रीब्युशन को विकसित किया है.

स्वीडिश एकेडमी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज के विजेता डेविड कार्ड, जोशुआ एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स ने  लेबर मार्केट और प्राकृतिक प्रयोगों के कारण और प्रभावों पर बेहतरीन स्टडी सामने रखी है. इसका दृष्टिकोण अन्य क्षेत्रों में फैल रहा है. इसके जरिए क्रांतिकारी बदलाव सामने आए हैं.'

क्यों मिला है नोबेल पुरस्कार?

स्वीडिश अकादमी ने कहा कि सामाजिक विज्ञान में कई बड़े प्रश्न कारण और प्रभाव से संबंधित हैं. इमिग्रेशन वेतन और रोजगार स्तरों को कैसे प्रभावित करता है? लॉन्ग एजुकेशन किसी की भविष्य की आय को कैसे प्रभावित करती है? इस साल के पुरस्कार विजेताओं ने दिखाया है कि प्राकृतिक प्रयोगों का उपयोग करके ऐसे और इसी तरह के सवालों का जवाब देना संभव है.

किस संस्था द्वारा दिया जाता है अर्थशास्त्र का नोबेल प्राइज?

आर्थिक विज्ञान में नोबेल पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम की ओर से दिया जाता है. दूसरे नोबेल पुरस्कार जहां अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के आधार पर दिए जाते हैं, वहीं अर्थशास्त्र में नोबेल प्राइज का तरीका दूसरा होता है. स्वीडिश केंद्रीय बैंक की ओर से 1968 में अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में इसकी शुरुआत की गई थी, जिसमें पहले विजेता को एक साल बाद चुना गया था. यह हर साल घोषित होने वाले नोबेल प्राइज का अंतिम पुरस्कार है.