शिरडी वाले साईं बाबा. आस्था का ऐसा दरबार जहां से कभी कोई खाली नहीं लौटता. साईं भरते हैं भक्तों की झोलियां. बाबा के दरबार में भक्तों की हर मुराद पूरी होती है. साईं के दरबार में शीश नवाने वाले मानते हैं कि साईं सबकी झोली भरते हैं. कोई यहां से निराश नहीं लौटता. साईं और भक्तों का रिश्ता भी अनूठा है. साईं जब भक्तों की मुराद पूरी करते हैं तो उनके भक्त भी अपने आराध्य का आभार जताने में पीछे नहीं रहते. वो भी साईं के दरबार को अपनी श्रद्धा और आस्था से जगमगाते रहते हैं.
भक्त ने दान किया 46.70 लाख का मुकुट
कुछ भक्त अपनी आस्था को सोने में ढालकर साईं के चरणों में समर्पित कर देते हैं, तो कुछ दान पेटी में उसे अर्पित कर देते हैं. ऐसे ही एक भक्त ने साईं के चरणों में सोने का मुकुट चढ़ाया है. साईं बाबा के दरबार में बेंगलुरु से आई एक भक्त ने बाबा को ऐसा मुकुट अर्पित किया है, जो खालिस सोने से बना है. 980 ग्राम के खालिस सोने से बने इस मुकुट की कीमत 46 लाख 70 हजार रुपए है.
मंदिर में हर साल आता है 360 करोड़ का चंदा
साईं बाबा की लीला अपरंपार है, तो बाबा के भक्तों का अंदाज भी निराला है. शिर्डी का साईं मंदिर देश के उन चुनिंदा मंदिरों में एक है, जहां भक्त दिल खोलकर दान करते हैं. हर साल करोड़ों लोग साईं बाबा के दर्शन के लिए साईं धाम पहुंचते हैं. मंदिर रिकॉर्ड्स के अनुसार, हर साल मंदिर को करीब 360 करोड़ रुपये की कमाई होती है. 2020 में 32 करोड़ रुपए का सोना बतौर चढ़ावा आया था, इतना ही नहीं कोरोना काल के बाद जब साईं मंदिर के कपाट 7 अक्टूबर 2021 को खोले गए, तो दरबार में सिर्फ भक्तों की भीड़ नहीं थी, बल्कि 7 अक्टूबर 2021 से जून 2022 तक भक्तों ने 207 करोड़ से ज्यादा का दान किया, साथ ही 17 किलो सोना और 195 किलो चांदी का भी चढ़ावा दिया.
साईं बाबा पर भक्तों की अगाढ़ श्रद्धा है, तो साईं भी भक्तों पर अपनी अपार कृपा बरसाते हैं. साईं अपने भक्तों की हर मुराद, हर ख्वाहिश पूरी करते हैं, तो भक्त भी दिल खोलकर बाबा को अर्पण करते हैं.
(शिरडी से नितिन मिराडे की रिपोर्ट)