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पैगंबरे इस्‍लाम का जन्‍मोत्‍सव जश्‍न-ए-ईद मिलादुन्‍नबी आज, जानें इसका महत्व और इतिहास

दुनिया भर में आज मिलाद उन-नबी  का त्योहार मनाया जा रहा है. इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते हैं. मान्यताओं के मुताबित रबी अव्वल की 12वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था.

 ईद मिलाद उन-नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है ईद मिलाद उन-नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है
हाइलाइट्स
  • पैगंबर मोहम्मद साहब का हुआ था जन्म

  • ईद-ए-मिलादुन्नबी, जानें इसका महत्व और इतिहास

  • पैगंबर साहब कुरान का संदेश दुनिया भर में पहुंचाया

दुनिया भर में आज मिलाद उन-नबी  का त्योहार मनाया जा रहा है. इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद के रूप में मनाते हैं. मान्यताओं के मुताबित रबी अव्वल की 12वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इसीलिए मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं. 

इस खास मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग रात भर मस्जिदों में इबादत करते हैं और जलसा (इस्लामिक सभा) का आयोजन होता है.  इसमें मोहम्मद साहब की शान में नज़्म पढ़े जाते हैं. कई जगहों पर जुलुस भी निकाले जाते है. इस दिन मस्जिद व घरों में कुरान को खास तौर पर पढ़ा जाता है और गरीबों में जरूरत की चीजें दान की जाती हैं.

पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म

पैगंबर मोहम्मद का जन्म अरब के रेगिस्तान के शहर मक्का में 571 ईस्वी में 12 तारीख को हुआ था. पैगंबर साहब के जन्म से पहले ही उनके पिता का निधन हो चुका था. जब वह 6 वर्ष के थे तो उनकी मां की भी मृत्यु हो गई.

पैगंबर साहब कुरान के संदेश को दुनिया भर में पहुंचाया 

 मां के निधन के बाद पैगंबर मोहम्मद अपने चाचा अबू तालिब और दादा अबू  मुतालिब के साथ रहने लगे. इनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम बीबी आमिना था. अल्लाह ने सबसे पहले पैगंबर हजरत मोहम्मद को ही पवित्र कुरान अता की थी.  इसके बाद ही पैगंबर साहब ने पवित्र कुरान का संदेश दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया.