scorecardresearch

इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों की सेवा करने वाला जावरा का अनूठा अन्न क्षेत्र 

सेवा के इस केंद्र में केवल इंसानों की ही सेवा नहीं की जाती बल्कि बेजुबान जानवरों की सेवा भी की जाती है. यहां प्रतिदिन कुत्ते, बंदर के लिए  रोटियां बनाई जाती है. साथ ही मछलियों के लिए आटे की गोलियां भी बनाकर तालाब में डाली जाती हैं.

feeding feeding
हाइलाइट्स
  • दो सौ से अधिक लोगों को कराया जाता है भोजन 

  • बेजुबान जानवरों का भी रखा जाता है ख्याल 

इंसान हो बेजुबान जानवर, मध्य प्रदेश के जावरा में सभी की सेवा एक छत के नीचे होती है. नवाबों की नगरी में सेवा की यह परंपरा पिछले दस सालों से लगातार चली आ रही है. मध्य प्रदेश के जावरा के रावण दरवाजा में एक अन्न क्षेत्र स्थित है. इस अन्न क्षेत्र में बुजुर्गों के लिए आश्रय तो है ही, साथ ही यहां गरीब बच्चों को कम्प्यूटर सिखाने के लिए कम्प्यूटर क्लासेज भी लगती हैं. इस अन्न क्षेत्र के संचालन में जावरा के लोग ही सहयोग करते हैं. 

दो सौ से अधिक लोगों को कराया जाता है भोजन 

यहां हजारों बच्चों को कम्प्यूटर की शिक्षा दी जा चुकी है. अभी तक करीब सात हजार से अधिक बच्चे यहां से कम्प्यूटर की शिक्षा ले चुके हैं. यहां गरीबों के लिए निशुल्क चिकित्सा की सुविधा भी है. साथ ही यहां एक डॉक्टर प्रतिदिन सेवा देता है. बीते वर्षों में, करीब डेढ़ लाख से अधिक मरीजों का निशुल्क उपचार किया जा चुका है. यहां गरीबों को निशुल्क दवा भी दी जाती है. गरीबों के लिए यहां निशुल्क डायलिसिस की सुविधा भी है और प्रतिदिन करीब दो सौ से अधिक लोगों को भोजन भी कराया जाता है.

बेजुबान जानवरों का भी रखा जाता है ख्याल 

सेवा के इस केंद्र में केवल इंसानों की ही सेवा नहीं की जाती बल्कि बेजुबान जानवरों की सेवा भी की जाती है. यहां प्रतिदिन कुत्ते, बंदर के लिए  रोटियां बनाई जाती है. साथ ही मछलियों के लिए आटे की गोलियां भी बनाकर तालाब में डाली जाती हैं. सेवा के इस प्रकल्प में जावरा का हर व्यक्ति अपनी सेवा देता है. कोई यहां आर्थिक मदद करता है तो कोई शारीरिक मदद करता है. किसी ने वृद्ध सेवा का जिम्मा ले रखा है तो किंसी ने बेजुबान जानवरों की सेवा की जिम्मेदारी ली है. इसके साथ ही यहां अन्न क्षेत्र समिति द्वारा सुचारू संचालन के लिए कुछ कर्मचारी भी नियुक्त किए हुए हैं. एक छत के नीचे इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवरों की सेवा का यह केंद्र अपने आप में अनूठा है.

(रिपोर्टर : विजय मीणा)